BJP Plan Against AAP: दिल्ली शराब घोटाले मामले को लेकर आजकल दिल्ली की सिसायत गरमाई हुई है. बीजेपी और आप दोनों ही राजनीतिक दल एक-दूसरे के आमने-सामने हैं. आप का दावा है कि बीजेपी झूठे आरोप लगातार पार्टी को घेरने की कोशिशों में है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और पूर्व मंत्री मनीष सिसोदिया दोनों ही इस वक्त सलाखों के पीछे हैं. सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से भी कोई राहत नहीं मिलती दिख रही है. इन सबके बीच राजनीतिक गलियारों में इस बात का शोर है कि बीजेपी ने केजरीवाल का काउंटर करने के लिए पूरा प्लान तैयार कर लिया है.
बीजेपी ने आप के खिलाफ एक बड़ी रणनीति को लेकर दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम सिसोदिया की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेशी के समय एक प्रदर्शन करने का फैसला किया है. बीजेपी अपनी ‘400 दिन की योजना’ (400-day plan) के जरिए दिल्ली की आप सरकार को उखाड़ फेंकने की तैयारी में है. दिल्ली बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी के नेतृत्व में पार्टी ने शुक्रवार (10 मार्च) को राउज एवेन्यू कोर्ट से पत्थर फेंककर विरोध प्रदर्शन करने का कार्यक्रम रखा है.
10 बड़े मुद्दे पर घेरने की तैयारी
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, एक नेता ने कहा कि आप के तहत जितने भी सरकारी विभागों में 10 बड़े घोटाले हैं हम केजरीवाल को उनके मास्टरमाइंड के रूप में सार्वजनिक रूप से हमसे बहस करने की चुनौती देंगे. ठीक वैसे ही जैसे हमने आबकारी घोटाले के मुद्दे पर किया था. अगर AAP इस चुनौती को स्वीकार करने के लिए आगे नहीं बढ़ती है, तो हम इसे जनता के सामने उनके अपराध के कबूलनामे के रूप में पेश करेंगे.’
बीजेपी की लिस्ट में कौन से 10 मुद्दे शामिल
रणनीति से वाकिफ नेताओं के अनुसार, पार्टी की योजना भ्रष्टाचार के 10 विशिष्ट आरोपों पर आप सरकार को घेरने की है, जिसमें आबकारी घोटाला, सब्सिडी के संबंध में 'बिजली कंपनियों को छूट देना', 'कक्षा घोटाला' आदि शामिल हैं. डीटीसी बसों के वार्षिक रखरखाव अनुबंध से संबंधित कथित घोटाला भी इसमें शामिल है. इसके अलावा फर्जी निर्माण श्रमिकों का कथित रजिस्ट्रेशन, डीजेबी में कथित घोटाला, अस्थायी अस्पतालों और फीडबैक यूनिट के निर्माण में घोटाला जैसे मुद्दों को उठाया जाएगा.
संगठनात्मक संकट से जूझ रही आम आदमी पार्टी
पार्टी के एक सूत्र ने कहा कि सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी और मंत्रिमंडल से इस्तीफे के कारण आप पहले से ही एक संगठनात्मक संकट से जूझ रही है. ऐसे में इसे भुनाने का इरादा रखते हैं ताकि पार्टी के भीतर नाराजगी को हवा दी जा सके. हालांकि, केजरीवाल सरकार भी सिसोदिया के मुद्दे को उठाकर आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर प्रचार अभियान शुरू करने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
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