कविता का सामना हैदराबाद के व्यवसायी अरुण पिल्लई से भी हुआ जिसकी रिमांड सोमवार को खत्म हो गई. कविता ने पहले कहा था कि वो ईडी कार्यालय में जांच में शामिल नहीं होंगी लेकिन ईमेल और अपने घर पर सवालों के जवाब देने के लिए तैयार हैं. बाद में उन्होंने अपना विचार बदल दिया और जांच में शामिल हो गईं.
पहले दौर की पूछताछ में...
के. कविता ने पहली उपस्थिति के दौरान कथित तौर पर उनका सामना अरुण पिल्लई से हुआ जो 'साउथ ग्रुप' का प्रतिनिधित्व करते थे. पिल्लई ने कथित तौर पर आप नेताओं को 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी जिसका कथित तौर पर गोवा में विधानसभा चुनाव के दौरान इस्तेमाल किया गया था. पिल्लई ने कहा बताया कि वो कविता के सहयोगी थे.
ईडी ने कविता के पूर्व ऑडिटर का किया था बयान दर्ज
वहीं, पिछले बुधवार (15 मार्च) को ईडी ने कविता के पूर्व ऑडिटर और साउथ ग्रुप के सदस्य बुच्ची बाबू का बयान दर्ज किया था. कविता का कहना है कि वो दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से कभी नहीं मिलीं जिन्हें मामले के सिलसिले में सीबीआई और ईडी ने गिरफ्तार किया है. उनका दावा है कि इस मामले में उनका नाम अनावश्यक रूप से घसीटा जा रहा है. ईडी के मुताबिक, कविता भी एक्साइज पॉलिसी मामले में साउथ ग्रुप के प्रतिनिधियों में से एक हैं.
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