Delhi Excise Policy Case: दिल्ली आबकारी नीति में ED का बड़ा एक्शन, गोवा चुनाव में AAP के लिए फंड जुटाने के आरोप में चनप्रीत गिरफ्तार
ED Arrested Chanpreet Singh: ईडी ने दावा किया है कि आप ने 45 करोड़ रुपये का इस्तेमाल गोवा चुनाव अभियान के लिए किया था. दूसरी तरफ आप ने इन आरोपों का खंडन किया है और इसे गलत कार्रवाई कहा है.
Delhi Liquor Case Latest News: दिल्ली शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक और बड़ी कार्रवाई की है. ईडी के आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार (15 अप्रैल, 2024) को बताया कि टीम ने इस केस में चनप्रीत सिंह को गिरफ्तार किया है. चनप्रीत सिंह ने 2022 के गोवा विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) के अभियान के लिए कथित तौर पर कैश का इंतजाम किया था.
वहीं आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि ईडी राजनीति से प्रेरित जांच कर रही है और वह इस मामले में एक भी रुपये बरामद करने या सबूत ढूंढने में असमर्थ है. सूत्रों ने बताया कि सिंह को 12 अप्रैल को प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत हिरासत में लिया गया था और अगले दिन उसे एक विशेष अदालत में पेश किया गया था. अदालत ने चनप्रीत सिंह को 18 अप्रैल तक ईडी की हिरासत में भेज दिया है.
इससे पहले CBI भी कर चुकी है अरेस्ट
ईडी की ओर से दिल्ली शराब नीति घोटाले से जुड़े केस में यह 17वीं गिरफ्तारी है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उनकी पार्टी के सहयोगी और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, भारत राष्ट्र समिति की नेता के. कविता, कई शराब व्यवसायियों और अन्य को ईडी पहले गिरफ्तार कर चुकी है. चनप्रीत सिंह को पहले भी इसी मामले में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था. मनी लॉन्ड्रिंग का मामला सीबीआई की एफआईआर से उपजा है.
2022 में गोवा चुनाव में कैश मैनेज करने का आरोप
ईडी ने अपने आधिकारिक दस्तावेजों के माध्यम से अदालत को जानकारी दी है कि चनप्रीत सिंह ने 2022 के गोवा चुनावों के दौरान AAP के अभियान के लिए नकद भुगतान को मैनेज किया था. ईडी ने यह भी आरोप लगाया कि 'साउथ ग्रुप' - जिसमें कविता, ओंगोल लोकसभा सीट से टीडीपी उम्मीदवार मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी, उनके बेटे राघव मगुंटा, व्यवसायी सरथ चंद्र रेड्डी और अन्य शामिल हैं, ने दिल्ली में शराब का ठेका हासिल करने के लिए AAP को 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी.
45 करोड़ रुपये का किया गया था इस्तेमाल
ईडी ने दावा किया है कि इन कथित रिश्वत में से 45 करोड़ रुपये का इस्तेमाल आप ने अपने गोवा चुनाव अभियान के लिए किया था. ईडी ने दावा किया है कि गोवा में सर्वेक्षण कार्यकर्ताओं, क्षेत्र प्रबंधकों, विधानसभा प्रबंधकों और अन्य लोगों को नकद भुगतान किया गया था जो AAP की चुनाव प्रचार गतिविधियों में लगे हुए थे और इन लोगों ने एजेंसी को बताया कि इसे चनप्रीत सिंह नाम के व्यक्ति की ओर से किया गया था.
आप ने ईडी की कार्रवाई पर उठाए सवाल
दूसरी ओर एक बयान में आप ने कहा कि पूरा देश जानता है कि असली दिल्ली शराब घोटाला तब हुआ जब ईडी ने अपनी जांच शुरू की और घोटाले के सरगना सरथ रेड्डी को गिरफ्तार किया, जिसने बाद में चुनावी बॉन्ड के माध्यम से अपने अपराध की आय के 55 करोड़ रुपये भाजपा को ट्रांसफर कर कर दिए. दो साल की जांच और 500 से अधिक छापों के बाद भी आप नेताओं के पास से एक भी रुपया या सबूत बरामद नहीं हुआ है.
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