Excise Policy Case: दिल्ली की आबकारी नीति मामले में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि बीजेपी पिछले चार महीने से झूठ फैला रही है. साथ ही उन्होंने दावा किया कि कोई शराब घोटाला नहीं हुआ है. 


उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर लिखा, ''ये मेरे लिए बेहद गर्व की बात है कि इनकी तमाम साज़िशों और झूठी एफआईआर के बाद भी ये मेरे ऊपर कोई आरोप नहीं लगा पा रहे. 800 अफ़सरों की टीम ने 500 जगह रेड कर जो चार्जशीट बनाई है उसमें मेरा नाम नहीं है. सीबीआई और ईडी की चार्जशीट ने साबित कर दिया कि कोई शराब घोटाला नहीं हुआ.


'बीजेपी ने फैलाया झूठ'


डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने एक और ट्वीट कर लिखा कि बीजेपी ने चार महीने से झूठ फैला रखा है कि मैंने दिल्ली में 10 हजार करोड़ रुपये का शराब घोटाला कर दिया. मेरे खिलाफ फर्जी एफआईआर कराकर मुझे accused no.1. कहलवाया और मुझे और मेरे परिवार को बदनाम किया. इनके हर बड़े नेता ने मुझे रोजाना टीवी पर बैठकर गालियां दी लेकिन सत्यमेव जयते यानी सच की जीत होती है. 


किसे माफी मांगनी चाहिए?  


दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट किया कि ईडी की चार्जशीट में भी मनीष सिसोदिया का नाम नहीं है. शिक्षा क्रांति से दुनिया में भारत का नाम रोशन करने वाले सिसोदिया को झूठे केस में फंसाने के लिए क्या पीएम मोदी को देश से माफी नहीं मांगनी चाहिए? अच्छा काम करने वालों को जेल में डालने से क्या देश आगे बढ़ेगा?






मामला क्या है? 


सीबीआई ने आबकारी नीति मामले में गिरफ्तार व्यापारियों-विजय नायर और अभिषेक बोनिपल्ली सहित पांच अन्य आरोपियों के खिलाफ शुक्रवार (25 नवंबर) को कोर्ट में पहली चार्जशीट दाखिल की. इसमें डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया का नाम नहीं है जबकि सीबीआई की एफआईआर में वह नामजद हैं. सीएम अरविंद केजरीवाल के दावे के मुताबिक ईडी की चार्जशीट में भी उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का नाम नहीं हैं. 


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