दिल्ली आबकारी नीति घोटाले के पीछे साउथ कनेक्शन, के कविता का भी नाम, पढ़ें ईडी की चार्जशीट की अहम बातें
दिल्ली आबकारी नीति मामले में ईडी ने कोर्ट में अपनी चार्जशीट दायर की है. इस बार की चार्जशीट में एजेंसी ने आप नेता राघव चढ्ढा और बीआरएस नेता के कविता का जिक्र किया है.
Delhi Liquor Policy Scam: दिल्ली आबकारी नीति घोटाला मामले की प्रवर्तन निदेशालय बीते साल से जांच कर रहा है. उसकी जांच ने अब तक दिल्ली की आम आदमी पार्टी समेत दक्षिण के कई शीर्ष नेताओं के इस कथित घोटाले में हाथ रंगे होना बताया है. हाल ही में कोर्ट में दर्ज की गई एफआईआर में ईडी ने आप नेता राघव चढ्ढा समेत बीआरआस नेताओं, वाईएसआर कांग्रेस के सांसद एम. श्रीनिवासुलु रेड्डी समेत साऊथ के कई बड़े व्यापारियों का जिक्र किया है.
अपनी चार्जशीट में ईडी ने कहा, इस शराब नीति घोटाले में कई राज्यों के सरकारी अधिकारियों, नेताओं ने अनुचित लाभ प्राप्त करने के लिए मिलकर एक आपराधिक प्लानिंग के तहत रिश्वत लेने का काम किया है.
दक्षिण के किन नेताओं का हुआ है जिक्र?
इस चार्जशीट में कहा गया है, दिल्ली शराब घोटाला एक ओर विजय नायर के माध्यम से आप के शीर्ष नेताओं, तो वहीं दूसरी ओर दक्षिण के समूह की रची गई साजिश पर टिका था. दक्षिण के नेताओं के इस समूह में राघव मगुंटा, मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी, सरथ रेड्डी और के कविता जैसे नेता शामिल हैं.
राघव मगुंटा वाईएसआर कांग्रेस के सांसद मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी के बेटे हैं. एजेंसी ने आरोप लगाया, उनका (दक्षिण के समूह का) प्रतिनिधित्व अरुण पिल्लई, अभिषेक बोइनपल्ली और बुच्ची बाबू ने किया था.
पकड़े नहीं जाने के डर से प्रतिनिधियों को शामिल किया
ईडी ने अपने आरोप पत्र में कहा, घोटाले की इस साजिश में कई राजनीतिक दलों के बड़े नेताओं ने अपनी संलिप्तता छुपाने के लिए प्रतिनिधियों का इस्तेमाल किया और पैसे के लेने-देन के उपयोग का इस्तेमाल करता हुआ पाया है. ईडी ने आगे कहा, विजय नायर आप के शीर्ष नेता और तात्कालीन डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के मार्गदर्शन और उनकी मंजूरी से काम कर रहे थे.
कई नेताओं को गिरफ्तार कर चुकी है ईडी
दिल्ली शराब नीति मामले की जांच करते हुए ईडी कई नेताओं को गिरफ्तार कर चुकी है. जिसमें दिल्ली के डिप्टी सीएम रहे मनीष सिसोदिया, विजय नायर, राघव मगुंटा और व्यवसायी रेड्डी, पिल्लई और बोइनपल्ली शामिल हैं. ईडी ने कविता और बुच्ची बाबू से भी पूछताछ की थी.
एजेंसी ने 28 मार्च को मनी लॉन्ड्रिंग (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत बुच्ची बाबू का एक बयान पेश किया जिसमें बाबू ने कहा है कि उन्होंने फीनिक्स ग्रुप के श्रीहरि से एनग्रोथ कैपिटल के नाम से एक संपत्ति खरीदी थी. उसने कहा, के कविता के पति डी आर अनिलकुमार भी इस कंपनी (एनग्रोथ कैपिटल) में भागीदार थे. इस कंपनी ने जमीन को बाजार से बहुत कम कीमत पर खरीदा, क्योंकि के कविता तेलंगाना में एक बड़ी नेता हैं.
ईडी ने बाबू के हवाले से कहा, इसी तरह के. कविता ने श्रीहरि से 25,000 वर्गफुट की एक और संपत्ति खरीदी है और बुच्ची बाबू ने कविता के निर्देश पर संबंधित कागजी कार्रवाई में समन्वय करने का काम किया है.