नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रानी झांसी रोड पर अनाज मंडी स्थित एक फैक्ट्री में रविवार सुबह आग लगने से 43 लोगों की मौत हो गई और 16 लोग झुलस गए हैं. इस दुर्घटना को पिछले तीन दशकों में सबसे भीषण दुर्घटना के तौर पर देखा जा रहा है. इससे पहले साल 1997 में साउथ दिल्ली के ग्रीन पार्क एरिया में उपहार सिनेमा में लगी आग में 59 लोगों की मौत हो गई थी और 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे.


अनाज मंडी स्थित फैक्ट्री में आग तड़के उस समय लगी जब वहां काम करने वाले लोग सो रहे थे. एक प्रत्यक्षदर्शी का कहना है फैक्ट्री में देर रात काम करने के बाद लोग सो रहे थे. कुछ देर बाद जब धुएं से उनका दम घुटने लगा तो उन्होंने खिड़की के पास जाकर मदद के लिए आवाज लगाई. आसपास के लोगों ने पुलिस और फायर सर्विस को इसकी जानकारी दी. आग लगने की जानकारी सुबह पांच बजकर 22 मिनट पर मिली.


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आग बुझाने के लिए मौके पर दमकल की 30 गाड़ियां मौके पर पहुंची जिसके बाद आग पर काबू पाया गया. घटनास्थान का दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दौरा किया है. सीएम केजरीवाल ने मृतकों के परिवारवालों के लिए 10 लाख रुपये मुआवजे का एलान किया है. साथ ही घायलों को 1 लाख रुपये दिया जाएगा.


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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख जताया है. पीएम मोदी ने मृतकों के परिवारों के लिए 2-2 लाख रुपए और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपए का मुआवजा देने का एलान किया है. घटना के बाद से सियासी आरोप-प्रत्यारोप का भी दौर शुरू हो गया है.


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