नई दिल्ली: देश के प्रमुख अर्धसैनिक बलों में से एक सीआरपीएफ की महिला सिपाहियों का डाटा पाकिस्तानी एजेंटों के पास पहुंच चुका है. यह दावा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि 20 मई को दिल्ली पुलिस ने एक एफआईआर दर्ज की है, जिसमें विकासपुरी स्थित दिल्ली पुलिस की बटालियन की सुरक्षा में तैनात सीआरपीएफ की महिला सिपाही ने एक शिकायत दी कि 19 मई की देर रात को उसके मोबाइल पर एक व्हाट्सएप कॉल आई. जिसमें कॉल करने वाले ने कहां कि मैं कराची से बोल रहा हूं. मैं जानता हूं कि तुम इस समय दिल्ली में तैनात हो और तुम यूपी की रहने वाली हो. तुम अपनी फोर्स/कैम्प की जानकारी हमें उपलब्ध करवाओ, बदले में तुम्हें मुंह मांगी कीमत दी जाएगी.


फिलहाल तुम्हें कुछ नहीं करना है. पहले तुम अपनी डिमांड बताओ. इस वॉइस कॉल के बाद उसी नंबर से तुरंत ही एक वीडियो कॉल भी की गई लेकिन महिला सिपाही ने वह कॉल रिसीव नहीं की और तुरंत इसकी जानकारी अपने कमांडेंट को दी. जिसके बाद इस मामले की शिकायत पुलिस से की गई है और अब स्पेशल सेल इस मामले की जांच कर रही है.


दिल्ली पुलिस के अनुसार जिस नंबर से सीआरपीएफ की महिला के पास कॉल आया था, वह एक पाकिस्तानी नंबर है. जिसका कंट्री कोड 92 से शुरू होता है. सबसे अहम बात यह है कि कॉलर के पास उस महिला से जुड़ी जो जानकारियां थी वे बेहद पुख्ता थी. कॉलर ने महिला सिपाही को कहा कि वह अपनी फ़ोर्स से जुड़ी हुई जानकारी उपलब्ध कराएं, यानी कि उसे पता था कि महिला सीआरपीएफ में तैनात है. इतना ही नहीं उसने यह भी बताया कि तुम उत्तर प्रदेश की रहने वाली हो और महिला सिपाही उत्तर प्रदेश के बागपत की ही रहने वाली है.


प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि सिपाही ने जो सिम खरीदा था, वह अपने गृह क्षेत्र यानी बागपत से ही खरीदा था. इतना ही नहीं महिला सिपाही का कोई भी सोशल मीडिया अकाउंट नहीं है. उसका फेसबुक, ट्विटर या फिर इंस्टाग्राम पर किसी तरह का कोई अकाउंट नहीं है.


सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तानी नंबर से सीआरपीएफ की कुछ अन्य महिला सिपाहियों के मोबाइल पर भी कॉल आई है. मामले की गंभीरता को समझते हुए सीआरपीएफ ने तुरंत इस विषय में दिल्ली पुलिस से शिकायत करते हुए जांच करने की मांग की है. पहले यह शिकायत विकासपुरी थाने में दी गई थी, लेकिन मामला पाकिस्तान से संबंधित होने की वजह से इसकी जांच स्पेशल सेल को सौंप दी गई है.


पुलिस का कहना है फिलहाल हम यह जांच कर रहे हैं कि यह नंबर पाकिस्तान में बैठे शख्स के पास कैसे पहुंचा? जिस व्यक्ति से यह सिम कार्ड खरीदा गया है, उससे भी पूछताछ की जाएगी क्योंकि कॉलर के पास इस महिला सिपाही से जुड़ी संबंधित काफी महत्वपूर्ण जानकारियां थी और कॉल करने वाले व्यक्ति ने सीधे तौर पर महिला से अपनी बटालियन और अपनी फोर्स से जुड़ी जरूरी जानकारियां लीक करने के लिए कहा है. जिससे स्पष्ट होता है की वे लोग कहीं न कहीं जासूसी करवाना चाहते हैं.फिलहाल मामले की जांच की जा रही है.


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