नई दिल्ली : सोमवार रात करीब साढ़े 9 बजे चांदनी चौक के कटरा धुलिया और कटरा लहसवान बाजार में भीषण आग लग गयी. आग ने देखते ही देखते भयानक रूप अख़्तियार कर लिया और एक-एक करके क़रीब 150 दुकानें आग की चपेट में आ गयीं. जिससे लाखों का नुक़सान होने की आशंका है. इस दौरान आम आदमी पार्टी की विधायक अलका लांबा को लेकर नया विवाद भी खड़ा हो गया.


दो दर्जन से ज़्यादा गाड़ियाँ आग पर काबू पाने की मशक़्क़त करती रहीं


इससे पहले फ़ायर ब्रिगेड की दो दर्जन से ज़्यादा गाड़ियाँ आग पर काबू पाने की मशक़्क़त करती रहीं. चाँदनी चौक का ये पूरा इलाक़ा बेहद ही संकरा है, जिस वजह से फायर की गाड़ियों को आग वाली जगह तक पहुंचने में वक़्त लगा. चूंकि ये कपड़ों का होलसेल मार्केट है इससे आग काफ़ी तेज़ी से फैली और देखते ही देखते काबू से बाहर हो गयी. आनन-फानन में स्थानीय दुकानदार मौक़े पर पहुंचे और अपनी-अपनी दुकानों से माल निकालना शुरू किया.



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अलका लाम्बा आग पर काबू पाने के लिए आई स्पेशल क्रेन पर चढ़ गईं


अभी दमकल कर्मचारियों ने आग पर काबू पाने का काम शुरू ही किया था कि स्थानीय विधायक अलका लांबा मौके पर पहुंच गईं. जिसके बाद दुकानदारों ने उनका जमकर विरोध किया. दरअसल हालात का जायज़ा लेने पहुंची अलका लाम्बा आग पर काबू पाने के लिए आई स्पेशल क्रेन पर चढ़ गईं, जिसकी वजह से काफी देर तक आग बुझाने का काम रुका रहा.


MLA को निकालने के लिए फायर ब्रिगेड की गाड़ी का इस्तेमाल किया गया


फिर स्थानीय व्यापारियों के सब्र का बांध टूट गया, अलका ऊपर थीं और नीचे नारेबाजी शुरू हो गई. मामला बढ़ता देख अलका नीचे उतरने की हिम्मत नहीं जुटा पाईं और उन्हें वहां से निकालने के लिए बाकायदा फायर ब्रिगेड की गाड़ी का इस्तेमाल किया गया. मौक़े पर भारी पुलिस बल तैनात की गई थी. लेकिन, विधायक की सुरक्षा को देखते हुए उन्हें फायर ब्रिगेड की गाड़ी से ही रवाना किया गया.



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जिस क्रेन पर चढ़ीं थीं वो उनके चढ़ने के तुरंत बाद ही ख़राब हो गई थी


अलका लाम्बा जिस क्रेन पर चढ़ीं थीं वो उनके चढ़ने के तुरंत बाद ही ख़राब हो गई थी. क़रीब एक घंटे क्रेन पर फंसे रहने के बाद अलका लाम्बा को सीढ़ी लगाकर नीचे उतारा गया. हालांकि दमकल अधिकारी का कहना है कि क्रेन के सेंसर में टेक्निकल फ़ॉल्ट आई थी जिसे सही कर लिया गया था. अधिकारी के मुताबिक़ इस हादसे में अभी तक किसी के हताहत होने की कोई ख़बर नहीं है.