नई दिल्ली: दिल्ली के फिल्मिस्तान इलाके की वही इमारत 24 घंटे बाद एक बार फिर धधक उठी है. उसी बिल्डिंग की तीसर मंजिल पर फिर से आग लगी है. फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां मौके पर पहुंच गई हैं. बिल्डिंग से धुएं का गुबार उठ रहा है. कर्मी आग पर काबू करने की कोशिश कर रहे हैं.


दिल्ली में रानी झांसी रोड पर चार मंजिला फैक्ट्री में रविवार सुबह लगी भीषण आग में 43 मजदूरों की मौत हो गई और 20 से ज्यादा घायल हैं. पुलिस ने इस भीषण अग्निकांड में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. जिसमें फैक्ट्री के मालिक रेहान और उसका मैनेजर फुरकान शामिल है. इन दोनों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा. अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती जांच के मुताबिक आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी.


दिल्ली में करीब 5 हजार छोटी बड़ी फैक्ट्रियां है जिनमें 3 लाख से अधिक लोग काम करते हैं. काम करने वाले अधिकतर लोग उत्तर प्रदेश, बिहार से आते हैं. फिल्मिस्तान के पास जिस बिल्डिंग में आग लगने की घटना हुई उसमें मरने वाले अधिकतर मजदूर यूपी और बिहार के थे. जानकारी मिल रही है कि चार मंजिला इस इमारत में छोटी-छोटी कई फैक्ट्रियां संचालित की जा रही थीं. यहां दो शिफ्टों में काम चल रहा था. 24 घंटे मजदूर काम करते थे.


दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने आग लगने की घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये और झुलसे लोगों को एक-एक लाख रुपये मुआवजा देने का एलान किया. प्रधानमंत्री मोदी ने भी घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिवारों के लिए 2-2 लाख रुपए और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपए का मुआवजा देने का एलान किया है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस घटना में बिहार के मृतकों के परिजनों को एक-एक लाख रूपये श्रम विभाग की तरफ से और एक-एक लाख रूपये मुख्यमंत्री राहत कोष से देने की घोषणा की है.


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