पटना: दिल्ली में रानी झांसी रोड पर चार मंजिला फैक्ट्री में रविवार तड़के भीषण आग लग गई जिसमें 43 लोगों की मौत हो गई है और 20 से ज्यादा घायल हैं. इस घटना पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई बड़े राजनेताओं ने दुख प्रकट किया है. अब जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक यहां काम करने वाले अनेक कामगार बिहार के हैं.
जानकारी के मुताबिक बिहार के सहरसा जिले के नरियार गांव के करीब 35 से 40 लोग दिल्ली के इस फैक्ट्री में काम करते थे. इस घटना के सामने आने के बाद से गांव में सबके चेहरे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं. कई परिवार के लोग अपनों को देखने के लिए दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं. गांव के रहने वाले मोहम्मद संजीम को जब अपने एक जानने वाले के मौत की सूचना मिली तो उसके घर में सन्नाटा पसर गया.
गांव के रहने वाले मुबारक के घर परिजनों का रो-रोकर हाल बुरा है. मुबारक भी इसी फैक्ट्री में काम करता है और उसके बारे में घर वालों को अभी तक कोई सूचना नहीं मिली है. सबाना खातून रोती हुई कहती हैं उनका दो-दो भाई इस फैक्ट्री में काम करता है. उन्हें अभी तक अपने भाईयों के बारे में कुछ भी पता नहीं चला है.
बता दें कि दिल्ली के इस फैक्ट्री में आग लगने की घटना सुबह पांच बजे के आसपास हुई. मौके पर दमकल की 30 गाड़ियों ने पहुंचकर आग पर काबू पाया लेकिन तबतक 43 लोगों की जिंदगियां खत्म हो चुकी थी. घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुआवजे का एलान किया है.
मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राहत कोष से 2-2 लाख रुपये, दिल्ली सरकार की तरफ से 10-10 लाख रुपये और बिहार के रहने वाले श्रमिक जिनकी इस घटना में मौत हो गई उन्हें बिहार सरकार की तरफ से 2-2 लाख रुपये दिए जाएंगे. घायलों के लिए मुआवजे का एलान प्रधानमंत्री, दिल्ली सरकार और बिहार सरकार की तरफ से किया गया है.
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