दिल्ली: बाडा हिंदू राव इलाके में एक के बाद एक कई राउंड फायरिंग, 2 राहगीरों की मौत
दिल्ली के बाडा हिंदू राव इलाके में बीते दिन रात 9 बजे एक के बाद एक गोलियां चली जिसमें दो राहगीरों की मौके पर ही मौत हो गई. पुलिस मामले की जांच में जुटी
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के बाडाद हिंदू राव इलाके में गुरुवार रात करीब 9 बजे उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक के बाद एक कई गोलियां चली. इस गोलीबारी में दो राहगीरों की मौत हो गई.
दरअसल जानकारी के मुताबिक बाडा हिन्दू राव इलाके का रहने वाला एक कार में नईम नाम का शख्स अपने भांजे मुनीब और प्रकाश नाम शख्स के साथ कही जा रहा था. गाड़ी मुनीब चला रहा था. तभी एक लड़का कार के आगे आकर खड़ा हो गया. वो कार को आगे नहीं जाने दे रहा था.
इसके बाद मुनीब कार से बाहर आया और कार के सामने खड़े लड़के को हटने को कहा लेकिन वो झगड़ने लगा. इस बीच कार से नईम और प्रकाश भी बाहर आ गए. तभी दो तरफ से कुछ बदमाश आये और उन्होंने ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दी.
कई राउंड गोली चलाई गई- मुनीब
नईम के भांजे मुनीब ने बताया कि वो शख्स कार को आगे नहीं जाने दे रहा था. इसके बाद मुनीब कार से बाहर आया और कार के सामने खड़े लड़के को हटने को कहा लेकिन वो झगड़ने लगा. इस बीच कार से नईम और प्रकाश भी बाहर आ गए. तभी दो तरफ से कुछ बदमाश आये और उन्होंने ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दी. मुनीब के मुताबिक कई राउंड गोली चलाई गई.
गोली ना तो नईम को लगी ना ही मुनीब को लेकिन रास्ते में चलते हुए दो राहगीरों को लगी और दोनों की मौत हो गई. मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है. आसपास लगे करीब 10 से ज्यादा सीसीटीवी की मदद से इस पूरी वारदात को सुलझाने की कोशिश की जा रही है. लोकल पुलिस के साथ-साथ दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल भी बदमाशों का सुराग तलाश रही है.
मामले में 2 निर्दोष लोगों की जान गई
शुरुआती जांच में पुलिस इसे आपसी रंजिश का मामला मानकर चल रही है लेकिन जिस तरह से दिल्ली में लगातार वारदाते हो रही हैं उससे ये तो साफ है कि बदमाश दिल्ली पुलिस से बिल्कुल नहीं डरते. पुलिस का कोई खौफ बदमाशों के दिल में नही है. इस गोलीबारी में भी 2 निर्दोष लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी. एक राहगीर जिसकी मौत हुई उसकी पहचान संजय के तौर पर हुई है जबकि दूसरे की पहचान नहीं हो पाई है.
क्राइम पर पुलिस लगाम लगाने में नाकामयाब
संजय के भाई सुमित ने बताया कि उसका भाई संजय जब गोलियां चल रही थी तब कही जा रहा था. वो एक प्राइवेट जॉब करता था. सुमित की माने तो उनके भाई का कोई कुसूर नहीं था. दिल्ली में सड़क पर चल रहा कोई भी इंसान सुरक्षित नहीं है. आए दिन दिल्ली में वारदाते होती हैं.
दिल्ली पुलिस मामले की जांच तो कर रही है लेकिन कही ना कही दिल्ली में जिस तरह से लगातार वारदाते हो रही हैं उससे भी लगता है कि क्राइम पर पुलिस लगाम लगाने में नाकामयाब है.
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