नई दिल्ली: शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात हुई एक पीसीआर कॉल ने दिल्ली पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया. हड़कम्प मचे भी क्यों न आखिर पीसीआर कॉल किसी साधारण व्यक्ति के खिलाफ नहीं बल्कि एक आईपीएस अधिकारी शंकर चौधरी (जो शनिवार शाम तक दिल्ली के द्वारका जिला के डीसीपी थे), के खिलाफ हुई थी. कॉल करने वाले व्यक्ति ने कहा था कि द्वारका के डीसीपी शंकर चौधरी ने ड्रिंक करके मेरी वाइफ के सर पर गिलास मार दिया है, वो किसी और से झगड़ रहे थे. मेरी पत्नी के चोट लग गयी है, जिसे मैं मैक्स अस्पताल, साकेत लेकर आया हूं. इस पीसीआर कॉल ने पूरे महकमे को हिलाने साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी सनसनी फैला दी. घटना साउथ डिस्ट्रिक्ट के ग्रेटर कैलाश इलाके में स्थित अनकलचर क्लब की है.


रात इतने बजे हुई पीसीआर कॉल
आधी रात के बाद लगभग 3 बजकर 05 मिनट पर एक पीसीआर कॉल हुई थी. इस कॉल को लेकर ग्रेटर कैलाश थाने की जनरल डायरी में एंट्री दर्ज की गई. डीसीपी रैंक के अधिकारी पर लगे आरोपों को लेकर मीडियाकर्मियों ने सुबह से ही साउथ डिस्ट्रिक की डीसीपी बेनिता मेरी जैकर से सवाल पूछने शुरु किए कि इस मामले को लेकर क्या कार्रवाई की गई? लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. फिर दोपहर लगभग सवा 12 बजे पीड़ित महिला का वीडियो सोशल मीडिया के माध्यम से सामने आया.


वीडियो में क्या कहा महिला ने?
पीड़िता ने वीडियो के माध्यम से बताया कि वह अपने पति के साथ एक पार्टी में गई थी. यह फैमिली पार्टी थी, जिसमें 10-15 लोग ही मौजूद थे. पीड़िता ने कहा उन्हें चोट रात करीब सवा 12 बजे लगी थी. ये तब हुआ जब एक लड़के ने दूसरे लड़के को गिलास पास किया था. उसी दौरान गिलास महिला के सर में लग गया. उस लड़के ने कहा क्या हो गया अगर लग गई है तो, हो जाएगा इलाज. शंकर भईया से बोलकर करा दूंगा. इस सबके बीच उनके पति ने पीसीआर कॉल कर दी, जिसमें डीसीपी का नाम लिया गया. ये कॉल एक गलत फहमी/कम्युनिकेशन गैप का नतीजा थी. हमने इस मैटर को सुलझा लिया है.


दिल्ली पुलिस ने क्या कहा?
इस मामले को लेकर दिल्ली पुलिस पीआरओ की तरफ से दोपहर लगभग सवा 1 बजे बयान जारी किया. जिसमें बताया गया कि 4 जून की तड़के एक पीसीआर कॉल मिली. उसमें कहा गया डीसीपी रैंक के एक अफसर ने जन्मदिन की पार्टी के दौरान एक महिला को चोट पहुंचाई है. बाद में पीड़िता का एक वीडियो सामने आया, जिसमें उसने कहा वह बीती रात एक पार्टी में गई थी. डीसीपी भी परिवार के साथ यहां पहुंचे हुए थे. इस दौरान उसके सिर पर गिलास लग गया और वह जख्मी हो गई. उस वक्त एक शख्स गिलास से खेल रहा था. उनके पति ने पीसीआर कॉल कर दी और गलतफहमी की वजह से डीसीपी का नाम चर्चा में आ गया. मामला सुलझ गया है.


डीसीपी द्वारका शंकर चौधरी को कार्यमुक्त करने के जारी हुए आदेश
इस घटना को लेकर दिन भर चले उहापोह के बाद शाम को डीसीपी शंकर चौधरी को कर्तव्यों से मुक्त करने के आदेश जारी कर दिए गए. ये आदेश पुलिस मुख्यालय से जारी किए गए, जिसमें लिखा गया कि शंकर चौधरी, आईपीएस को तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त किया जाता है. अगले आदेश तक पुलिस मुख्यालय में आकर रिपोर्ट करें.


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