नई दिल्ली: फाइव स्टार होटल बंदूक कांड मामले में पुलिस ने आरोपी आशीष पांडे के रिमांड की मांग की. लेकिन कोर्ट ने आरोपी के वकील की दलिलों से इत्तेफाक रखते हुए पुलिस की इस मांग को ख़ारिज कर दिया. इस मांग का विरोध करते हुए पूर्व सांसद के इस बेटे के वकील ने कहा कि एक तो आशीष के पास जो हथियार था वो लाइसेंसी था और दूसरे के उनके पास से कुछ बरामद होना बाकी नहीं है. आगे कहा गया, "मेरा मुवक्किल नियंत्रण में था. हथियार लहराया और चलाया नहीं, इसलिए केस नहीं बनता." इसके बाद जज ने पूछा कि लाइसेंस की शर्त क्या है? जिसके जवाब में वकील ने जानकारी दी कि ये ऑल इंडिया लाइसेंस है और अंबेडकर नगर से जारी हुआ.


वहीं, वकील ने ये भी कहा कि मामले में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है. आरोपी के वकील ने कहा कि जिन्हें धमकाने का आरोप, उन्होंने कोई शिकायत नहीं की और घटना के बाद आराम से डिनर किया. वकील ने कहा कि आईपीसी 506 (धमकी देना) लगाने का कोई औचित्य नहीं. वकील ने अपने मुवक्किल का पुरज़ोर पक्ष रखते हुए कहा कि हथियार, लाइसेंस और गाड़ी सब बरामद हो चुके हैं और रिमांड की मांग का अब कोई मतलब नहीं. इन्हीं दलिलों से सहमति जताते हुए कोर्ट ने आशीष के रिमांड की मांग ख़ारिज कर दी.


फाइव स्टार होटल में लड़की पर बंदूक तानने के आरोपी आशीष पांडे ने दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में कल सरेंडर किया था जिसके बाद कोर्ट ने उसे एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया था. पुलिस रिमांड बढ़वाना चाह रही थी. सुनवाई के दौरना पुलिस के वकील से जज ने सवाल किया कि अब क्या करना बाकी है और रिमांड क्यों चाहिए? जिसके जवाब में पुलिस ने कहा कि इस बात की जांच करनी है फरारी के दौरान आरोपी कहां गया था और किसने इसकी मदद की. लेकिन पुलिस के वकील की ये दलिल कोर्ट के पल्ले नहीं पड़ी.


पुलिस के हाथ लगी BMW कार

दिल्ली के एक पॉश होटल में पिस्टल चमकाए जाने के इस मामले में पुलिस को एक और कामयाबी हाथ लगी है. मामले के मुख्य आरोपी और पूर्व सासंद के बेटे आशीष पांडे की BMW कार को दिल्ली पुलिस ने बरामद कर लिया है. वारदात वाली रात आशीष ने इसी कार का इस्तेमाल किया था और फिर इसमें बैठ कर फरार हो गए थे.


मरिया के आर्म्स डीलर दोस्त ने वायरल की वीडियो

एक और बड़ी जानकारी ये आई है कि पुलिस को जांच में पता चला है कि इस वायरल वीडियो को मारिया नाम की लड़की ने रिकॉर्ड किया था. लड़की ने रिकॉर्डिंग के लिए अपने फोन इस्तेमाल किया था. पुलिस का कहना है कि रिकॉर्डिंग करने वाली मारिया कार की पिछली सीट पर बैठी थी, जबकि पामेला आशीष पांडेय की कार में अगली सीट पर बैठी थी. रिकॉर्डिंग करने वाली लड़की के पीछे बैठे होने की बात वैसे तो मामले की वायरल वीडियो से भी साफ है.


अब तक का मामला

दरअसल, उस रात हयात होटल का ये वीडियो मारिया ने शूट करके दिल्ली के अपने एक आर्म्स डीलर दोस्त को दिया था जिसने इसे वायरल कर दिया. आपको बता दें कि फरारी के दौरान आशीष पांडेय भारत-नेपाल बॉर्डर के पास बस्ती शहर में अपने जानकार के घर पर ठहरा था और यहीं से उसकी बीएमडब्लू कार बरामद हुई है.



अब तक की पूछताछ में आशीष पांडेय ने बताया है कि हयात होटल में वारदात को अंजाम देने के बाद उसने तीनों लड़कियों को पहले दिल्ली में उनके होटल पर ड्रॉप किया. उसके बाद खुद दिल्ली के जंगपुरा में अपने घर पर गया. वह रात भर वहां रुका, उसके बाद अगले दिन यानी 14 अक्टूबर को आशीष पांडेय लखनऊ के लिए रवाना हो गया. रात में लखनऊ पहुंच गए, उसके बाद 15 अक्टूबर को जब वीडियो वायरल हुआ और न्यूज़ चैनल पर चलने लगा तो पकड़े जाने के डर से लखनऊ से निकल गए. उसके बाद वो ईस्टर्न उत्तर प्रदेश में अपने जानकारों के घर रुके, फिर वेस्टर्न उत्तर प्रदेश की तरफ निकल गए. यहां आशीष पांडेय अपने दोस्त के यहां रुके.

एफआईआर दर्ज होने के बाद आशीष पांडेय को मीडिया रिपोर्ट से ऐसा लगा कि बात ज्यादा बढ़ गई है तो फिर डर कर सामने नहीं आए और कानूनी विकल्प ढूंढने लगा. दिल्ली पुलिस की जांच टीम FRRO ये जानकारी लेने की कोशिश कर रही है कि आखिरकार उस रात आशीष पांडे के साथ कार में मौजूद तीनों विदेशी लड़कियां कब हिंदुस्तान छोड़कर फरार हुईं. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आशीष पांडेय ईस्टर्न यूपी तक अपनी फैमिली के साथ थे. उसके बाद वो अकेले वेस्टर्न यूपी में अपने दोस्त के यहां पहुंचे.

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