Delhi Flood: दिल्ली में बाढ़ के चलते पिछले कई दिनों से बाढ़ के चलते हाहाकार की स्थिति देखने को मिली. यमुना में आए उफान के बाद नदी का पानी शहर के अंदर घुसने लगा था और कई इलाके जलमग्न हो गए. इस दौरान एक बड़ी लापरवाही सामने आई कि जब यमुना से पानी आगे निकालने की सबसे ज्यादा जरूरत थी, तब आईटीओ के पास बने बैराज के पांच गेट खुल ही नहीं सके. इन गेट को खोलने को खोलने के लिए अब नेवी और एयरफोर्स की एंट्री होने जा रही है.


भारतीय सेना पहले से ही बैराज के गेट खोलने में जुटी है और शुक्रवार (14 जुलाई) शाम एक गेट खुलने में सफलता हासिल की थी, लेकिन अभी भी चार गेट नहीं खोले जा सके हैं. इसके लिए मुंबई से वेस्टर्न नेवल कमांड की टीम दिल्ली जा रही है.


नेवी की इस टीम में डाइवर्स, वेल्डिंग और कटिंग के विशेषज्ञ शामिल हैं. इस मिशन में एयरफोर्स भी शामिल है. मुंबई में स्टैंडबाय पर खड़ी 8-12 लोगों की इस टीम भारतीय वायुसेना की सर्विस एयरक्राफ्ट से दिल्ली लाए जाएगा.


घट रहा यमुना का जलस्तर


इस बीच दिल्ली में यमुना का जलस्तर और घटा है, लेकिन ये अब भी खतरे के निशान से ऊपर बनी हुई है. शनिवार (15 जुलाई) सुबह 9 बजे यमुना का जलस्तर घटकर 207.53 मीटर पर पहुंचा था. सुबह 5 बजे से 9 बजे के बीच यमुना का जलस्तर 21 सेंटीमीटर नीचे आया है.


रेगुलेटर टूटने के बाद यमुना का जो पानी दिल्ली में दाखिल हो रहा था, उसे अब रोक दिया गया है. दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में भरा पानी अब वापस पंपिंग सेट के जरिए नालों तक और नालों में पानी का फ्लो तेज़ करने के लिए जेनरेटर का इस्तेमाल कर बड़े-बड़े पाइप के माध्यम से इसे बड़े नाले में छोड़ा जा रहा है. अच्छी बात यह है कि ये पानी वापस यमुना में जाता दिखाई दे रहा है.


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