दिल्ली: कोरोना से हर 60 मिनट में जा रही है चार लोगों की जान, बीते एक दिन में सामने आए 6396 नए मरीज
दिल्ली में बीते एक दिन में कोरोना के 6396 नए मरीज सामने आए हैं. वहीं लगातार दूसरे दिन दिल्ली में 99 लोगों की मौत हुई.
नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में जानलेवा कोरोना वायरस का कहर एक बार फिर बढ़ने लगा है. राजधानी में कोरोना की भयावहता का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि यहां हर 60 मिनट में इस महामारी से चार लोगों की मौत हो रही है. स्वास्थ्य विभाग के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में बीते एक दिन में कोरोना के 6396 नए मरीज सामने आए हैं जबकि इसी दौरान 99 लोगों की मौत भी हुई है.
कोरोना की इस दूसरी लहर में पिछले पांच दिनों में 500 लोग जिंदगी की जंग हार गए. बीते एक दिन में यहां कुल 49031 लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया. हालांकि, अच्छी खबर यह रही कि राज्य में 4421 कोरोना मरीज इलाज के बाद रिकवर हो चुके हैं. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक दिल्ली में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या फिलहाल 42004 है.
गौरतलब है कि दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट 13 फ़ीसदी से ऊपर है वहीं रिकवरी रेट बढ़कर 89.94% पर पहुंच गया है. दिल्ली में कोरोना के कुल एक्टिव केस 42,004 हो गए हैं. दिल्ली में कुल केस की संख्या अब 4,95,598 हो गई है.
16 दिन में एक लाख नए मामले, 1200 लोगों की मौत
दिल्ली में एक नवंबर से 16 नवंबर के बीच कोरोना वायरस के एक लाख से अधिक नये मामले दर्ज किये गये और करीब 1,200 संक्रमितों की मौत हुई है, वहीं करीब 94,000 रोगी इस अवधि में संक्रमण से उबरने में सफल रहे. आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गयी है.
आंकड़ों के अनुसार, राजधानी में एक अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक संक्रमण के 41,316 मामले सामने आए और 563 संक्रमितों की मृत्यु हो गयी, वहीं वायरस से 45,056 लोग स्वस्थ हुए. वहीं 16-31 अक्टूबर तक संक्रमण के 65,675 मामले सामने आए और 587 लोगों की संक्रमण से मौत हो गयी. इसी अवधि में 54,974 रोगी संक्रमण से उबरे.
दिल्ली में कोविड से निपटने के लिए जांच क्षमता दोगुनी करने समेत कई फैसले लिए गए: केंद्र
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि से निपटने के लिए कोविड-19 के लिए जांच क्षमता दोगुनी बढ़ाकर प्रति दिन एक लाख से 1.2 लाख तक करने और आईसीयू बेड बढ़ाकर 6,000 से अधिक करने समेत कई फैसले लिए गए हैं.
मंत्रालय ने कहा कि निरूद्ध क्षेत्रों और अन्य संवेदनशील इलाकों में उपचाराधीन मरीजों की घर-घर निगरानी बढ़ाने का भी निर्णय लिया गया है, जिसके लिए 7,000-8,000 टीमों को इस काम में लगाया जाएगा. वर्तमान में इसके लिए 3,000 टीमें हैं.