नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली कोरोना के बढ़ते मामलों के साथ-साथ ऑक्सीजन की किल्लत से भी लगातार जूझ रही है. ऐसे में पहली बार दिल्ली को 700 मीट्रिक टन से ज़्यादा ऑक्सीजन की सप्लाई केंद्र सरकार की ओर से मिली है. इसे लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिठ्ठी भी लिखी है और उनका आभार व्यक्त किया है. साथ ही अपील की है कि कम से कम इतनी ऑक्सीजन दिल्ली को रोजाना जरूर दिलवाई जाए.


प्रधानमंत्री को लिखी चिठ्ठी में अरविंद केजरीवाल ने लिखा है कि ''दिल्ली की खपत 700 टन प्रतिदिन है. हम लगातार केंद्र सरकार से प्रार्थना कर रहे थे कि इतनी ऑक्सीजन हमें दी जाए. कल पहली बार दिल्ली को 730 टन ऑक्सीजन मिली है. मैं दिल्ली के लोगों की तरफ़ से दिल से आपका आभार व्यक्त करता हूं. आपसे निवेदन है कि कम से कम इतनी ऑक्सिजन दिल्ली को रोज़ ज़रूर दिलवाई जाए और इसमें कोई कटौती ना की जाए. पूरी दिल्ली इसके लिए आपकी आभारी रहेगी.''


केंद्र से मिली ऑक्सीजन का कैसे होता है दिल्ली में वितरण


दिल्ली में ऑक्सीजन वितरण की व्यवस्था को संभाल रहे आम आदमी पार्टी के विधायक राघव चड्ढा से मिली जानकारी के मुताबिक केंद्र द्वारा दी गई ऑक्सीजन को दिल्ली के अस्पतालों में एक तय फॉर्मूले के तहत वितरित किया जाता है. दिल्ली में हर अस्पताल की ऑक्सीजन से जुड़ी डिमांड होती है. पहले से ही तय फ़ॉर्मूले के तहत हर अस्पताल में जितने ICU बेड हैं और जितने नॉन-ICU बेड हैं, प्रति मिनट उन पर कितनी ऑक्सीजन की डिमांड है, उसके हिसाब से ये आंकलन किया जाता है कि किसी भी अस्पताल की ऑक्सीजन से जुड़ी ज़रूरत कितनी है. उदाहरण के तौर पर अगर ICU बेड पर 20 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन चाहिए और नॉन ICU के लिए 10 लीटर प्रति मिनट तो उस आधार पर मूल्यांकन किया जाता है.


राघव चड्ढा के मुताबिक हर अस्पताल को सरकार ने डिमांड और सप्लाई के मूल्यांकन के आधार पर ये निर्धारित किया है कि कौन सा वेंडर किस अस्पताल को कितनी ऑक्सीजन सप्लाई करेगा. इससे संबंधित आदेश भी सरकार ने जारी किये हैं. दिल्ली सरकार ने ऑक्सीजन सप्लाई और sos कॉल के लिए एक ऑक्सीजन वॉर रूम बनाया है जहां से ऑक्सीजन की उपलब्धता, डिस्ट्रीब्यूशन और एमरजेंसी अलर्ट को मॉनिटर किया जाता है और परिस्तिथि के अनुसार एक्शन लिया जाता है. जिन टैंकर्स से ऑक्सीजन दिल्ली में भेजी जाती है उन टैंकर्स को डिमांड के आधार पर अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई के लिए भेजा जाता है.


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