Corona Cases In Delhi: दिल्ली में धीरे-धीरे कोरोना के मामले अब कम हो रहे हैं. ठीक होने वाले मरीजों की संख्या भी काफी बढ़ गई है. दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 12,527 नए मामले दर्ज किए गए, जबकि 24 लोगों की मौत भी हुई है. वहीं, संक्रमण दर 27.99 % पर आ गई है. हालांकि, यह संक्रमण दर अभी भी बहुत ज्यादा है, लेकिन पिछले दिनों के मुकाबले देखा जाए, तो बीते शनिवार को पॉजिटिविटी रेट 30.64 % आया था. वहीं, पिछले 24 घंटे 44,762 लोगों की कोविड टेस्टिंग हुई है. 


देश में जिस तेजी से करोना की रफ्तार बढ़ी है, उसने सभी को डरा दिया. दिल्ली में कोरोना के मामले एक महीने में तेजी से बढ़े और ऐसे में अलग-अलग तरह की पाबंदियां लागू की गई थीं. इस बार करोना के मामले बढ़ते ही डीडीएमए और दिल्ली सरकार अलर्ट मोड में आ गई. दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू, नाइट कर्फ्यू, प्राइवेट दफ्तर बंद करने के आदेश के साथ-साथ रेस्त्रा में डाइन इन भी बंद कर दिया, ताकि दिल्ली में बढ़ती कोरोना की रफ्तार को थामा जा सके. 


अस्पताल में अब रोजाना 10-12 मरीज आ रहे


कोरोना की कम होती रफ्तार को लेकर दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर सुरेश कुमार का कहना है, "यह एक बहुत बड़ी गुड न्यूज है, लेकिन पूरी जनवरी हम सबको अलर्ट रहना है. मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का बहुत ख्याल रखना है, ताकि जो नंबर कम हो रहे हैं वह ऐसे ही कम होते रहे. हॉस्पिटल में पहले जहां 40-50 मरीज रोज आ रहे थे, तो उनका भी नंबर घट के 10-12 हो गया है." 


100 प्रतिशत लोगों को लग चुकी है पहली डोज


दिल्ली में वैक्सीनेशन की बात करें, तो अब तक 2 करोड़ 95 लाख वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी है. पहली डोज 100% लोगों को और दोनों डोज 80% लोगों को लग चुकी है. अब तक प्रिकॉशन डोज 1 लाख 28 हजार लोगों को लगाई जा चुकी है. इनमें से 60 वर्ष से ज्यादा आयु वाले लोगों की संख्या 25 हजार है. 60 हजार फ्रंट लाइन वर्कर और हेल्थकेयर वर्कर्स को भी डोज लग चुकी है. 


दिल्ली में वैक्सीन की कमी नहीं- स्वास्थ्य मंत्री


वैक्सीन स्टॉक को लेकर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया, "दिल्ली में वैक्सीन की कोई कमी नहीं है. 10 से 12 दिन की वैक्सीन अभी स्टॉक में है. स्वास्थ्य मंत्री ने रविवार को यह जानकारी दी कि दिल्ली में ट्रेंड डाउन होना स्टार्ट हो गया है और बाकी स्वास्थ्य सेवाएं भी ठीक हैं. दिल्ली के सिर्फ दो अस्पतालों में ओपीडी की पाबंदियां लगाई गई हैं, जिसमें एलएनजेपी हॉस्पिटल और जीटीबी  हॉस्पिटल है, बाकी किसी अस्पताल में कोई पाबंदी नहीं है."


डॉक्टर की पर्ची की जरुरत नहीं- स्वास्थ्य मंत्री


स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, "पहले सरकार का प्लान था कि इन दोनों अस्पतालों को पूरी तरह कोरोना अस्पताल बना दिया जाए, लेकिन इसकी जरुरत नहीं पड़ी. अगर किसी को लक्षण है और टेस्ट कराने जा रहा है, तो उससे कुछ नहीं पूछा जा रहा है. डॉक्टर की पर्ची की जरुरत बिल्कुल नहीं है. अगर किसी को खांसी, बुखार है, तो उससे डॉक्टर की प्रिस्क्रिप्शन नहीं मांगी जा रही है."


गौरतलब है कि दिल्ली में लगातार चौथा दिन है, जब कोरोना मामले कम दर्ज हो रहे हैं. इसका इंडिकेशन हॉस्पिटल से मिल रहा है, क्योंकि मरीजों के हॉस्पिटल में भर्ती होने की रफ्तार रुक गई है. हॉस्पिटल में मरीज कम भर्ती हो रहे हैं और इसका मतलब है कि कुछ दिनों में संक्रमण दर और कम होगी.


ये भी पढ़ें- 


BJP सांसद रीता बहुगुणा जोशी इस्तीफा देने को तैयार, केंद्रीय नेतृत्व को पत्र लिखकर कही ये बात


Punjab Polls: भगवंत मान कहां से लड़ेंगे चुनाव, चन्नी के रिश्तेदारों पर छापेमारी कितनी सही? जानें Exclusive बातचीत में क्या-क्या बोले AAP के CM उम्मीदवार