नई दिल्ली: दिल्ली के गाज़ीपुर लैंडफिल साइट पर मंगलवार रात अचानक कूड़े के ढेर में आग लग गई जिसपर काबू पा लिया गया. पूर्वी दिल्ली नगर निगम के महापौर के मुताबिक, कूड़े में गैस की वजह से आग लगी थी और ऐसा पहले भी हुआ है. वहीं आम आदमी पार्टी के मुताबिक, आग लगी नहीं, लगाई गई है और इस घटना की जांच होनी चाहिए.
गाजीपुर लैंडफिल साइट पर अचानक लगी आग पर काबू पाने में काफी वक्त लगा. दमकल विभाग की 12 से ज्यादा गाड़ी इस आग पर काबू पाने में जुटी थी. आग कूड़े के ढेर एक हिस्से में लगी थी और बुझने के बावजूद काफी धुंआ था. जिसकी वजह से हवा में काफी धुंआ था.
पूर्वी दिल्ली नगर निगम जिसके अधीन ये लैंडफिल साइट है उनके मुताबिक, कूड़े में बनी गैस की वजह से आग लगी है और ऐसा पहले भी हुआ है. समय रहते वहां काम कर रहे स्टाफ और दमकल विभाग ने आग पर काबू पा लिया था. खुद पूर्वी दिल्ली के मेयर के मुताबिक ऐसी आग लग जाती है और उस पर काबू पा लिया जाता है.
आम आदमी पार्टी के मुताबिक, कूड़े के पहाड़ में आग लगने के कारण दिल्ली वालों को सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. आदमी पार्टी का आरोप है कि गाजीपुर लैंडफिल साइट पर आग लगी नहीं बल्कि लगाई गई है. ऐसे में इस आग की घटना की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो. आप नेता दुर्गेश पाठक ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार को बदनाम करने के लिए बीजेपी के लोगों ने आग लगाई.
इस घटना को लेकर आप ने ट्वीट कर पूर्वी दिल्ली से सांसद गौतम गंभीर पर निशाना भी साधा. उनके लैंडफिल साइट पर काम को लेकर सवाल भी खड़े किए है. इसके जवाब में बीजेपी का कहना है कि लैंडफिल साइट को लेकर ना सिर्फ सांसद गौतम गंभीर बल्कि एमसीडी भी कई काम कर रही है.
ईडीएमसी के मेयर निर्मल जैन कहा कि हमारे सांसद गौतम गंभीर ने पहले से उनका फोकस इसी पर है और इसमें लगातार पहले से हाइट कम की है. करीब 12 मीटर कम हो चुकी है. लगातार काम किया जा रहा है. 25 से 26 सौ टन कूड़ा रोज आता है. गाज़ीपुर लैंडफिल साइट के अलावा हमारे पास कोई जगह नहीं है, जहां हम कूड़ा डाल सकें.”
गाज़ीपुर में लगी इस आग तो बुझ गई है लेकिन इसने राजनीति और आरोप-प्रत्यारोप की आग को बढ़ा दिया है. वहीं इस आग से पहले से दूषित दिल्ली की आबो-हवा और खराब हो गई है.
नवजात बच्चों को अगवा कर बेचने वाले गिरोह का किया पर्दाफाश, दिल्ली पुलिस ने आठ लोगों को किया गिरफ्तार