नई दिल्ली: दिल्ली सरकार अपनी संशोधित 'कोविड प्रतिक्रिया योजना' के तहत अब दिहाड़ी मजदूरों, घरेलू सहायकों, ऑटो चालकों और सब्जी विक्रेताओं का ब्योरा रखने के साथ ही उनकी जांच शुरू करेगी. एक आधिकारिक आदेश में यह जानकारी दी गई है. स्वास्थ्य सेवाएं महानिदेशालय ने एक आदेश में कहा कि यह निषिद्ध क्षेत्रों, बफर जोन और अन्य इलाकों में घर-घर सर्वे करेगी. और अत्यधिक जोखिम की श्रेणी में आने वाले लोगों (60 वर्ष से अधिक और अन्य बीमारियों से ग्रसित) की सूची बनाने के साथ ही इनकी स्क्रीनिंग शुरू करेगी.


60 साल से अधिक उम्र वाले लोगों की सूची तैयार करेगी दिल्ली सरकार


आदेश के मुताबिक, नगर निगम, आरडब्ल्यूए, पुलिस और अन्य विभागों की सहायता से 'विशेष निगरानी समूह' को लेकर सूची तैयार की जाएगी. जिसमें रिक्शा चालक, प्लम्बर,बिजली का काम करने वाले, बढ़ई, ऑटो-टैक्सी चालक, पार्सल बांटने वाले, घरेलू सहायक शामिल रहेंगे. इसके मुताबिक, सभी जिलों को 60 वर्ष या इससे अधिक उम्र वाले लोगों और ऐसे लोगों की सूची तैयार करने को कहा गया है जो उच्च रक्तचाप, मधुमेह और कैंसर जैसी बीमारियों से ग्रसित हैं.


दिल्ली में कोरोना संक्रमित मामले 1 लाख के पार


आपको बता दें, दिल्ली में मंगलवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 2,008 नये मामले सामने आए है. इसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में कुल कोविड-19 मरीजों की संख्या 1,02,83 हो गई है जिनमें से 3,165 लोगों की मौत हो चुकी है. दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के जारी बुलेटिन के मुताबिक, गत 24 घंटे में 50 लोगों की मौत हुई है.


सोमवार को दिल्ली में मामलों की कुल संख्या एक लाख के पार चली गई थी जो कि देश के किसी भी शहर से अधिक है. दिल्ली में इस दौरान 1,359 नए मामले सामने आए. हालांकि यह आंकड़ा 19 दिनों में सामने आए मामलों में सबसे कम रहा.


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