दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने यह फैसला किया है कि सभी मीडिया घरानों में काम करने वालों के लिए व्यापक स्तर पर कोविड-19 वैक्सीनेशन मुहिम शुरू की जाएगी. इसमें सभी इलेक्ट्रोनिक मीडिया, डिजिटल मीडिया, प्रिंट मीडिया में काम करने वाले लोग शामिल होंगे.


 


दिल्ली सरकार की तरफ से वैक्सीनेशन ड्राइव उनके दफ्तरों में आयोजित की जाएगी और इसका खर्च केजरीवाल सरकार की तरफ से ही वहन किया जाएगा. गौरतलब है कि इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी को चिट्ठी लिखकर मीडियाकर्मियों को फ्रंटलाइन वर्कर्स मान प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेशन कराए जाने की भी मांग की थी.


इससे पहले, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और झारखंड समेत देश की कई राज्य सरकारों ने मीडियाकर्मियों को प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेशन किए जाने का ऐलान किया है.






केन्द्र सरकार ने 1 मई से वैक्सीनेशन के तीसरे चरण में 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को वैैक्सीन लगाने की इजाजत दे दी है. हालांकि, कई राज्य सरकारों ने वैक्सीन की कमी का हवाला देकर एक मई से 18 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीन लगाने से मना कर दिया था.


कोरोना के खिलाफ लड़ाई में वैक्सीनेशन को काफी अहम माना जा रहा है. एक्सपर्ट का मानना है कि वैक्सीन लगा चुके लोगों में प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो चुकी होती है, ऐसे में दूसरों के मुकाबले कोरोना से मुकाबला करने की क्षमता ज्यादा रहती है. ऐसे में अगर किसी वैक्सीन लगे लोगों को कोरोना हो भी जाता है तो उसकी मौत की संभावना ना के बराबर रह जाती है.


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