नई दिल्लीः सिंघु बॉर्डर पर तैनात दो आईपीएस अफसर हाल ही में कोरोना पॉजिटिव मिले थे, जिसके बाद सिंघु बॉर्डर पर दिल्ली सरकार की तरफ से फ्री कोविड-19 टेस्ट करवाए जा रहा हैं. एक हरे रंग की एम्बुलेंस बॉर्डर के शुरुआत में ही लगा दी गई है और डॉक्टरों की टीम सुबह से टेस्ट करने, सैंपल लेने में व्यस्त है. टेस्ट करवाने ज़्यादातर पुलिसकर्मी ही पहुंच रहे हैं, फिलहाल आंदोलनकारी किसान टेस्ट के लिए नही पहुंचे हैं.


रोजाना 200 टेस्ट का टारगेट
डॉक्टर अनुपम वशिष्ट, एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में बताते हैं कि "हम आरटीपीसीआर और एंटीजन दोनों टेस्ट कर रहे हैं. ये सुविधा हर व्यक्ति के लिए फ्री है. अभी करीब चालीस टेस्ट किए हैं और एक दिन में दो सौ टेस्ट करने का टारगेट है.''



दिल्ली में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 2385 नए केस दर्ज किए गए वहीं 60 मरीजों की मौत हुई. ऐहतियात के तौर पर अब भी राजधानी में छह हज़ार से ज़्यादा कन्टेनमेंट ज़ोन हैं. किसान आंदोलन में बढ़ती हुई भीड़ को देखते हुए महामारी का खतरा और भी बढ़ जाता है, वहीं नए हॉट स्पॉट बनने की आशंका भी पैदा होती दिख रही है.



हजारों किसान कर रहे हैं विरोध प्रदर्शन


नए कृषि बिलों के खिलाफ किसानों का आंदोलन पिछले 16 दिनों से जारी है. हजारों की संख्या में किसान सिंघु बॉर्डर ,टिकरी, चिल्ला और गाजीपुर बॉर्डर पर जमा हैं और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. किसान आंदोलन के मद्देनजर दिल्ली पुलिस की भारी भरकम टीम में तैनात की गई है. सिंघु बॉर्डर पर रोज़ बढ़ती लोगों की संख्या महामारी को मानो न्योता दे रही है.


किसान संगठनों ने 14 दिसंबर से देशव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी है और आज दिल्ली -जयपुर हाईवे बंद करने और सभी टोल प्लाजा पर कब्जा करने का ऐलान भी किया है.


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