नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने रविवार को सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य केन्द्रों को निर्देश दिया कि वे फ्लू जैसे लक्षणों और सांस संबंधी बीमारियों वाले सभी मरीजों और केन्द्र पर आने वाले हाई रिस्क वाले सभी लोगों की अनिवार्य रूप से रैपिड एंटीजन जांच करें. दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले एक लाख के करीब पहुंच गए हैं, जबकि मृतकों का आंकड़ा 3 हजार के पार जा चुका है.

अनिवार्य जांच के निर्देश

दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आदेश में दिल्ली सरकार द्वारा संचालित सभी अस्पतालों के मेडिकल निदेशकों, चिकित्सा अधीक्षकों और निदेशकों को कहा गया है कि वे सुनिश्चित करें कि सूची में शामिल उन सभी मरीजों और लोगों की रैपिड एंटीजन जांच अनिवार्य रूप से हो, जो अस्पताल आए हैं.

उसमें कहा गया है कि फ्लू जैसे लक्षणों और सांस लेने में दिक्कत के साथ अस्पताल आने वाले सभी लोगों की अनिवार्य रूप से जांच की जाए. इसके अलावा भी सरकार ने ऐसे लोगों और मरीजों की लंबी सूची जारी की है जिनकी जांच अनिवार्य की गई है.

पिछले महीने शुरू हुई थी रैपिड टेस्टिंग

दिल्ली में पिछले महीने अचानक कोरोना संक्रमण में आई तेजी के बाद ही एंटीजन टेस्ट शुरू किए गए थे और इसके बाद से राजधानी में रोजाना हो रही जांच की संख्या में तीन गुना तक उछाल देखा गया था.

दिल्ली में फिलहाला कोरोना संक्रमण के मामलों की संख्या 99,444 तक पहुंच गई है, जिसमें से 3,067 लोगों की अबतक मौत हो चुकी है. हालांकि राजधानी में रिकवरी रेट में भी सुधार आया है और 71 हजार से ज्यादा मरीज ठीक हो चुके हैं.

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