नई दिल्ली: दिल्ली में सोमवार से ऑड-ईवन लागू नहीं होगा. दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने ऑड-ईवन लागू करने का अपना फैसला वापस ले लिया है. ये फैसला आज दोपहर तीन बजे हुई एक बैठक में लिया गया. सरकार अब सोमवार को दोबारा एनजीटी जाएगी और उसके बाद ऑड-ईवन लागू करने पर अंतिम फैसला लिया जाएगा.
दरअसल, एनजीटी ने आज सरकार के ऑड-ईवन फैसले को हरी झंडी देते हुए उसमें कुछ शर्तों को जोड़ दिया था. जिसमें सबसे अहम ये था कि दिल्ली सरकार ने दोपहिया वाहनों को जो छूट दी थी उसे एनजीटी ने अपने फैसले में खारिज कर दिया. एनजीटी के इस आदेश के बाद ही दिल्ली सरकार में हडकंप मच गया, क्योंकि बिना किसी छूट के ऑड-ईवन को लागू करने पर लोगों के सामने भारी समस्याएं आने की आशंका थी.
ऑड ईवन वापस लेने की बड़ी वजह तैयारियों की कमी मानी जा रही है. बस में फ्री यात्रा का एलान तो हुआ था लेकिन ऑड ईवन में बाइक को शामिल करने के बाद लोगों के पैदल हो जाने का खतरा बढ़ गया था.
- अभी दिल्ली में करीब 4 हजार डीटीसी की बसें चलती हैं
- 4 हजार बसों में करीब 32 लाख लोग रोज सफर करते हैं
- औसतन एक बस 800 यात्रियों को सफर कराती है
- बाइक बंद होने से करीब 35 लाख से ज्यादा लोग रोज पैदल होंगे
- इस हिसाब से 4400 और बसों की फौरन जरूरत होगी
- ऐसा नहीं होने पर एक बस में औसतन 1700 लोग सफर करेंगे
- ऐसा होने पर बस में चढ़ने वालों की भीड़ बढ़ेगी
- भीड़ बढ़ने से कानून व्यवस्था की स्थिति खड़ी होगी
शायद यही वजह है कि केजरीवाल सरकार ने अपना फैसला वापस लिया है.
क्या दिल्ली में प्रदूषण कम हुआ है?
वैक्यूम क्लीनर से धूल की सफाई, पेड़ों पर पानी की बौछार, कंस्ट्रक्शन का काम पूरी तरह से बंद, ट्रकों की एंट्री पर बैन.. दिल्ली में प्रदूषण कम करने के लिए ये 4 उपाय अपनाए जा चुके हैं.
आपको बता दें
- धूल से 38% फीसदी प्रदूषण फैलता है
- धूल हटाने के लिए MCD ने 20 वैक्यूम क्लीनर गाड़ियां खरीदी हैं
- 12 वैक्यूम क्लीनर गाड़ियां साउथ दिल्ली में हैं
- 4-4 वैक्यूम क्लीनर गाड़िया नार्थ और ईस्ट दिल्ली मे हैं
रात भर सफाई की गई तब जाकर दिन में मौसम कुछ साफ हुआ. दिल्ली में विजिबिलटी भले थोड़ी अच्छी हो गई हो लेकिन हवा में घुले जहर की वजह से अब भी लोगों को मास्क लगाकर ही निकलना पड़ रहा है.