Delhi Teacher Stab : राजधानी दिल्ली के इंद्रपुरी इलाके में स्थित सरकारी स्कूल के एक टीचर पर चाकू से बाहर करने का मामला सामने आया है. टीचर पर वार करने वाले इसी स्कूल के छात्र हैं. घटना में शामिल एक छात्र को मौके पर ही पकड़ लिया गया था. उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया है. पुलिस ने हत्या के प्रयास की धारा के तहत एफआईआर दर्ज की है. वहीं घायल टीचर भूदेव को बीएल कपूर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पीड़ित की हालत गंभीर बताई जा रही है. इस घटना को लेकर स्कूल के तमाम टीचर व स्टाफ में सुरक्षा को लेकर चिंता का माहौल है.
पुलिस के अनुसार, अभी तक कि जांच से पता चला है कि ये घटना गुरुवार, 19 जनवरी की दोपहर लगभग 12:30 बजे की है. स्कूल में प्रैक्टिकल चल रहा था. टीचर भूदेव जो स्कूल में पीटी कराते थे, घटना के समय वह मिडल क्लास विंग की तरफ थे. बताया जाता है कि उसी दौरान 3 छात्र अचानक से उनके पास आये. जिनमें से दो ने उनके दोनों हाथ पकड़े और तीसरे ने चाकू से उनकी कमर और पेट पर कई वार किए. एक छात्र, जो 12वीं में पढ़ता है, उसे स्कूल स्टाफ ने ही पकड़ लिया था और पुलिस को सौंप दिया था.
शिक्षकों का क्या है कहना
घटना के बाद अन्य टीचर भयभीत नजर आए. इसी स्कूल में पीजीटी टीचर चंचल सहरावत (कैमरे पर बात करते समय फूट फूट कर रो पड़ी) ने कहा कि स्कूल में टीचर्स की सुरक्षा बड़ी चिंता का विषय है. हालत ऐसे हैं कि अब किसी छात्र को डांट भी नहीं सकते. स्कूल से बाहर जब पैदल चल रहे होते हैं तो कई बार खतरा महसूस होता है कि कहीं कोई छात्र हमला न कर दे. अगर किसी छात्र को डांट दिया जाता है या हल्का-फुल्का मार दिया जाए तो वो मामला इतना तूल पकड़ लेता है कि टीचर सस्पेंड तक हो जाते हैं. अब जब शिक्षक पर जानलेवा हमला हुआ है तो कोई सरकार कुछ नहीं कर रही है. छात्रों के अभिभावक भी उनका पक्ष लेते हैं, जिससे उनका मनोबल बढ़ता है.
चंचल बोलीं, "छात्र ऐसा अपराध करने से भी नहीं चूकते. आज जो घटना हुई तो एक बच्चे ने हमें आकर बताया. टीचर को इतनी बार चाकू मारे गए हैं कि उनकी जान पर बन आयी है. ये भी सुनने में आया है कि जो हमलावर छात्र है जब पुलिस ने उसे गाड़ी में बैठाया तो वो पूछ रहा था कि टीचर मरा या नहीं. यानी वो मारना चाहता है. अब ये देखा जा रहा है कि छात्र बालिग है या नाबालिग. उसके कृत्य को कोई नहीं देख रहा है."
शिक्षक कृष्ण कुमार फौगाट (अध्यक्ष लोकतांत्रिक अध्यापक संघ) ने कहा कि तब दोपहर के 12:30 बजे होंगे, पता चला है कि स्कूल के अंदर टीचर को चाकू घोंप दिए गए हैं. छात्रों में कोई डर नहीं है. इसकी वजह सरकार की नीतियां है, जो छात्रों को डांटने तक नहीं देते. दिल्ली के स्कूलों में ये कोई पहली घटना नहीं है. शिक्षकों की सुरक्षा को लेकर लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है.
ड्रेस पहन कर नहीं आने पर कुछ दिन पहले भी टोका था
स्कूल के ही एक अन्य शिक्षक का कहना था कि कुछ दिन पहले अभिमन्यु नाम के छात्र को भूदेव ने इसलिए टोका था क्योंकि वो स्कूल में ड्रेस पहन कर नहीं आया था. इसके बाद उसके अभिभावक भी आये और उसी का पक्ष लिया. यही वजह भी है कि उसने ऐसा कृत्य किया है.