नई दिल्लीः राजधानी में कोरोना के तेज़ी से बढ़ते मामलों के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में प्लाज़्मा बैंक बनाने की घोषणा की. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ये देश का पहला प्लाज़्मा बैंक होगा जहां कोरोना को मात दे चुके लोग अपना प्लाज़्मा डोनेट कर सकेंगे. राजधानी में कोरोना संक्रमण के मामले 83 हजार के पार पहुंच चुके हैं, जबकि 2,623 लोगों की मौत हो चुकी है.


सोमवार 29 जून को एक प्रेस कांफ्रेंस में अरविंद केजरीवाल ने कहा, "दिल्ली देश का पहला ऐसा राज्य था, जहां दो-ढाई महीने पहले प्लाज्मा का ट्रायल हुआ था. तब 29 मरीजों के ऊपर ट्रायल हुआ था और जो नतीजे आए वह काफी उत्साहवर्धक थे. ये देखने में आया है कि अगर प्लाज्मा दे दिया जाए तो ऑक्सीजन लेवल बढ़ जाता है और रेस्पिरेशन लेवल गिर जाता है, क्योंकि कोरोना में दो समस्या होती हैं- पहला मरीज का ऑक्सीजन लेवल गिरना और दूसरा रेस्पिरेशन लेवल का बढ़ना. अब प्लाज्मा थेरेपी की तो इजाजत मिल गई लेकिन सवाल ये है कि प्लाज्मा कहां से आएगा? प्लाज्मा केवल वही लोग दे सकते हैं जो कोरोना ग्रस्त हुए और अब ठीक हो गए है. इस समय लोग प्लाज्मा लेने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. इसलिये दिल्ली सरकार ने तय किया है कि हम दिल्ली में प्लाज्मा बैंक बनाएंगे. ये पूरे देश में शायद पहला प्लाज्मा बैंक होगा."


ILBS में बनेगा प्लाज्मा बैंक


प्लाज़्मा बैंक बनाने की तैयारियों से जुड़ी जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, "पिछले दो-तीन दिन में इसकी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं. हमारा मकसद है कि जो अभी कोशिशें चल रही हैं उसको मजबूत किया जाए. इस प्लाज्मा बैंक से सभी को प्लाज्मा मिलेगा, चाहे वह सरकारी अस्पताल में हो या प्राइवेट अस्पताल में. ILBS (Institute of Liver and Biliary Sciences) अस्पताल में प्लाज़्मा बैंक बनाया जायेगा. डॉक्टर को लिख कर देना होगा कि इन्हें प्लाज़्मा थेरेपी की ज़रूरत है. लोग खुद से नहीं कह सकते कि प्लाज़्मा देना है. डॉक्टर अस्पताल को प्लाज़्मा के लिए संपर्क करेंगे."


केजरीवाल ने लोगों से की आगे आने की अपील


कोरोना से ठीक हुए लोगों से प्लाज़्मा डोनेट करने की अपील करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "मेरी उन सभी लोगों से हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि जो कोरोना से ठीक हुए हैं वो आगे आकर प्लाज़्मा डोनेट करें. किसी की जान बचाने से बड़ा कोई काम नहीं है. लोक नायक अस्पताल में पिछले कुछ दिनों में 35 लोगों को प्लाज़्मा थेरेपी दी गई उनमें से 34 लोग ठीक हो गये. एक और बड़े प्राइवेट अस्पताल में 49 लोगों को प्लाज़मा थेरेपी दी गई और उनमें से 46 लोगों की जान बच गई."


प्लाज़्मा डोनेट करने वालों के आने जाने की व्यवस्था भी दिल्ली सरकार करेगी. इस बारे में जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "ILBS कोरोना का अस्पताल नहीं है. इसलिए किसी को चिंता करने की ज़रूरत नहीं है कि उन्हें दोबारा संक्रमण ना हो जाये. जो लोग प्लाज़्मा डोनेट करना चाहते हैं उनके घर से आने और वापस घर छोड़ने की व्यवस्था दिल्ली सरकार करेगी. अगले कुछ दिनों में हम लोग नंबर जारी कर देंगे जो लोग भी प्लाज्मा डोनेट करना चाहते हैं वह उस पर फोन करके संपर्क करें सारा इंतजाम हो जाएगा."


'लोगों को करेंगे मदद के लिए प्रेरित'


मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 52,000 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं, इसके अलावा और भी होंगे जिनके बारे में हमें नहीं पता चला. इन सभी को मनाया जाएगा और प्रेरित किया जाएगा कि वह प्लाज्मा डोनेट करें. एन्टीबॉडी टेस्ट से भी पता चलेगा कि और कितने लोग हैं जिनमे एंटीबॉडीज बने हैं, उनसे भी प्लाज़्मा डोनेट करने को कहा जाएगा. मुख्यमंत्री ने मीडिया से अपील करते हुए कहा कि कैम्पेन चलाकर लोगों को प्लाज़्मा डोनेट करने के लिये प्रेरित करें.


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