Delhi Government: दिल्ली सरकार (Delhi Government) प्रदेश को जाम मुक्त बनाने के लिए लगातार काम कर रही है. सरकार दिल्ली के 77 कॉरिडोर पर अक्सर लगने वाले ट्रैफिक जाम को दूर करने पर काम कर रही है. दिल्ली सरकार ने इन कॉरिडोर की पहचान ट्रैफिक हॉटस्पॉट के तौर पर की है.
इन हॉटस्टॉप पर जाम को खत्म करने के लिए सड़कों का पुनर्निर्माण, फ्लाईओवर, अंडरपास और फुटओवर ब्रिज बनाया जाएगा. इस संबंध में सीएम अरविंद केजरीवाल ने आज डिप्टी सीएम और पीडब्ल्यूडी मंत्री मनीष सिसोदिया और विभाग के उच्चाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की.
ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने की शुरू की कवायद
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार शहर भर में चिन्हित 77 ट्रैफिक हॉटस्पॉट को जाम मुक्त बनाएगी. दिल्लीवासियों को ट्रैफिक जाम से मुक्ति दिलाने के लिए सड़कों को नया स्वरूप देंगे और बड़े पैमाने पर फ्लाईओवर, अंडरपास और फुट-ओवर ब्रिज का निर्माण करेंगे.
इन प्रोजेक्ट्स को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा. सबसे पहले, अधिक ट्रैफिक दबाव वाले एरिया को जाम मुक्त किया जाएगा. हम उम्मीद करते हैं कि यह पहल दिल्ली को भारत और पूरी दुनिया के सबसे अच्छा रहने योग्य शहर के रूप में विकसित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा. इस परियोजना के तहत आउटर रिंग रोड, नजफगढ़ रोड, वजीराबाद रोड, रोहतक रोड, आनंद विहार-अप्सरा रोड समेत सभी कॉरिडोर में सुधार होने से लाखों लोगों को फायदा मिलेगा.
मनीष सिसोदिया के साथ की बैठक
दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने आज डिप्टी सीएम और पीडब्ल्यूडी मंत्री मनीष सिसोदिया और विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की. जिसमें मुख्यमंत्री ने दिल्ली में विभिन्न जगहों पर लगने वाले जाम से मुक्ति दिलाने के लिए चल रहे कार्यों की समीक्षा की.
इस दौरान विभाग की तरफ से मुख्यमंत्री के समक्ष एक प्रजेंटेशन दिया गया और वर्तमान स्थिति से अवगत कराया. प्रजेंटेशन के जरिए अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली सरकार द्वारा गठित टास्क फोर्स ने पूरी दिल्ली में 77 कॉरिडोर की पहचान की है, जहां अलग-अलग कारणों से जाम लग रहा है. इन 77 कॉरिडोर को जाम मुक्त बनाने के लिए पीडब्ल्यूडी द्वारा अल्पकालिक और दीर्घकालिक उपाय किए जा रहे हैं. इन उपायों को लागू होने के बाद वहां पर लोगों को जाम मुक्त सफर करना आसान हो जाएगा.
इन प्वाइंट्स को जाम मुक्त बनाने के लिए चल रहा काम—
अप्सरा बॉर्डर से नोएडा टोल प्लाजा वसुंधरा (लंबाई 9.1 किमी.) विवेक विहार, सूर्य नगर और रामप्रस्थ कॉलोनी के लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सूर्य नगर और रामप्रस्थ ट्रैफिक चौराहों पर फ्लाईओवर के साथ आनंद विहार से अप्सरा सीमा तक एक एलिवेटेड कॉरिडोर बनाया जा रहा है.
वज़ीराबाद रोड (वज़ीराबाद ब्रिज से भोपुरा बॉर्डर, लंबाई 8 किमी.)
दिल्ली सरकार वजीराबाद रोड की रीडिजाइनिंग के साथ-साथ टी-प्वाइंट करावल नगर/वजीराबाद रोड से गोकुलपुरी फ्लाईओवर तक सर्विस रोड को फिर से डिजाइन कर रही है. साथ ही ड्रेनेज नाला पर मौजूदा फुटपाथ का विकास कर रही है. इसके तहत दो फ्लाईओवर का निर्माण किया जाएगा. एक करावल नगर-गोकुलपुरी जंक्शन पर और दूसरा गगन सिनेमा टी-जंक्शन और नंद नगरी में बनाया जा रहा है.
डबल डेकर तरीके से मेट्रो लाइन के निर्माण के साथ करावल नगर-गोकुलपुरी में फ्लाईओवर का निर्माण किया जा रहा है. सरकार ने ट्रैफिक को कम करने, दुर्घटनाओं को रोकने और भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए मंडोली रेड लाइट और गगन सिनेमा टी-पॉइंट पर फ्लाईओवर के निर्माण की भी योजना बनाई है.
इसके अलावा, वजीराबाद रोड पर चांद बाग कॉलोनी और भजनपुरा पेट्रोल पंप के बीच एस्केलेटर वाला फुटओवर ब्रिज बनाया जाएगा. जबकि, बृजपुरी और अंबेडकर कॉलेज बस स्टैंड पर मौजूदा एफओबी में एस्केलेटर लगाए जाएंगे. डीबीजी रोड (पहाड़गंज फ्लाईओवर से आर/ए झंडेवालान) और न्यू रोहतक रोड (ईदगाह क्रॉसिंग से कमल टी-पॉइंट) दिल्ली सरकार, लॉन्ग टर्म ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर प्रोजेक्ट के तहत दिल्ली गेट से कमल टी-प्वाइंट तक और दिल्ली गेट से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन तक एलिवेटेड रोड का निर्माण करेगी.
रोहतक रोड (रामपुरा से मुंडका)
रोहतक रोड पर ट्रैफिक जाम को कम करने के लिए दिल्ली सरकार पीरागढ़ी चौक से मंगोलपुरी के रास्ते में रेलवे ब्रिज को चौड़ा करेगी. नांगलोई से मंगोलपुरी के रास्ते पर बाएं मुड़ने वाले यातायात के लिए पीरागढ़ी चौक पर एक उचित स्लिप रोड विकसित किया जाएगा. मीरा बाग से पीरागढ़ी मेट्रो स्टेशन तक पीरागढ़ी चौक पर स्लिप रोड को चौड़ा किया जाएगा. सीधे मीराबाग की ओर जाने वाले यातायात के लिए पर्याप्त स्थान देने के लिए मंगोलपुरी से मीरा बाग के रास्ते में पीरागढ़ी चौक के पास मौजूद दो जगह को दो से ढाई फीट छोटा किया जाएगा.
पीरागढ़ी फ्लाईओवर के पास एफओबी का निर्माण किया जाएगा. इसके अलावा नांगलोई चौक मुंडका मेट्रो स्टेशन से मेन रोड और सर्विस रोड की मरम्मत/कार्पेटिंग भी शुरू कर दी गई है और आवश्यकता के अनुसार जखीरा से मुंडका तक सेंट्रल वर्ज पर आयरन ग्रिल मरम्मत की जा रही है. इसके आलावा, दिल्ली सरकार जखीरा/अशोका पार्क मुख्य मेट्रो स्टेशन के पास नाले पर बने पुल और डीटीसी डिपो नांगलोई के पास नाले पर बने पुल को भी चौड़ा कर रही है.
बिजवासन-नजफगढ़ रोड (कापसहेड़ा चौक से फिरनी रोड नजफगढ़ तक, लंबाई 16 किमी)
दिल्ली सरकार बिजवासन फ्लाईओवर का विस्तार नजफगढ़ कापसहेड़ा रोड पर गोलक धाम मंदिर तक करेगी, ताकि इस मार्ग को यातायात मुक्त बनाया जा सके.
आउटर रिंग रोड (मंगोलपुरी फ्लाईओवर से मधुबन चौक तक, लंबाई 3 किमी)
मंगोलपुरी चौक बी-ब्लॉक के ठीक बाद से पीरागढ़ी की ओर आने वाले ट्रैफिक की समस्या को दूर किया जाएगा. यह देखा गया है कि यहां यातायात के आवागमन के लिए कम जगह है, जिसके चलते ट्रैफिक की गति धीमी हो जाती है. पंजाबी बाग की ओर स्लिप रोड का निर्माण किया जाएगा.
आउटर रिंग रोड (मुकरबा चौक से मधुबन चौक तक, लंबाई 3.8 किमी)*
यातायात के सुचारू रूप से आवागमन सुनिश्चित करने के लिए आउटर रिंग रोड के ट्रैफिक को कम किया जाएगा. रेलवे लाइन के ऊपर सड़क को चौड़ा करने का प्रस्ताव भी प्रक्रिया में है. इस परियोजना के दो हिस्से हैं. इसमें पहले चरण यानि पार्ट-ए के तहत मुकरबा चौक के पास आउटर रिंग रोड पर अंडरपास का निर्माण किया जाएगा, जिसमें बादली जंक्शन से हैदरपुर मेट्रो स्टेशन तक अप्रोच रोड का निर्माण किया जाएगा.
वहीं, पार्ट-बी में मुकरबा चौक से वजीराबाद के बीच कॉरिडोर का सुधार के साथ एमसीडी, भलस्वा लैंडफिल से स्वरूप नगर तक सप्लीमेंट्री ड्रेन पर स्टिल्ट पर सड़क का निर्माण किया जाएगा. इसी तरह, मधुबन चौक चौराहे के पास बाहरी रिंग रोड पर भी पीतमपुरा मेट्रो स्टेशन से रोहिणी जिला न्यायालय तक मधुबन चौक चौराहे पर स्काई वॉक का निर्माण किया जाएगा.
आउटर रिंग रोड (चांदगी राम अखाड़ा से वजीराबाद तक, लंबाई 3.4 किमी)
दिल्ली सरकार गुरुद्वारा मजनू का टीला के सामने एस्केलेटर के साथ एक फुटओवर ब्रिज का निर्माण करेगी, जो तीर्थयात्रियों को दूसरी तरफ की कॉलोनियों से सुरक्षित सड़क पार करने में मदद करेगा. इस स्ट्रैच पर रिंग रोड को चौड़ा करने के लिए निर्मल हृदय चर्च से पेट्रोल पंप तक सर्विस रोड को हटा दिया जाएगा. पैदल चलने वालों के लिए एक नया फूटपाथ बनाया जाएगा.
वहीं, मोटर चालकों को फुटपाथ में प्रवेश करने से रोकने के लिए इस फूटपाथ में 8 फीट ऊंची लोहे के ग्रिल/बोलार्ड लगाए जाएगे. पेट्रोल पंप से मजनू का टीला, रेड लाइट तक सर्विस रोड को हटाकर मौजूदा फुटपाथ को पेट्रोल पंप की ओर शिफ्ट किया जाएगा, ताकि सड़क की चौड़ाई बढ़ाई जा सके. वजीराबाद फ्लाईओवर के तल से तिब्बत कालोनी में एफओबी तक के सेंट्रल वर्ज को पेट्रोल पंप की ओर सुव्यवस्थित किया जाएगा, ताकि वजीराबाद से चांदगी राम अखाड़ा कैरिजवे (यमुना रिवर साइड) तक सड़क की चौड़ाई बढ़ाई जा सके.
नजफगढ़ रोड (जखीरा मोती नगर चौक से द्वारका मोड़)
दिल्ली सरकार ने ट्रैफिक की समस्या को दूर करने के लिए पूरे नजफगढ़ रोड पर रोड कारपेटिंग का काम शुरू कर दिया है.
नांगलोई-नजफगढ़ रोड (नांगलोई चौक से एयर फोर्स स्टेशन बानी कैंप बापरोला तक, लंबाई 9.2 किमी)
दिल्ली सरकार नांगलोई चौक से लेकर एयर फोर्स स्टेशन बानी कैंप बापरोला तक के पूरे हिस्से पर कारपेटिंग का काम कर रही है.
पंजाबी बाग स्थित क्लब रोड (क्लब रोड से ज्वाला हेरी, लंबाई 3 किमी)
इस सड़क पर 8 फीट ऊंची लोहे की ग्रिल लगाई जाएगी, जिससे जाम से मुक्ति मिलेगी और हादसों को रोका जा सके.
श्यामा प्रसाद मुखर्जी मार्ग (हनुमान सेतु से आजाद मार्केट चौक तक)
दिल्ली सरकार ने पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से बाहर निकलने वाले गेट के पास एफओबी के निर्माण का प्रस्ताव रखा है, ताकि बड़ी संख्या में ट्रेनों से आने वाले यात्रियों को एक तरफ से दूसरी तरफ आने-जाने की सुविधा मिल सके. इसके अलावा ई-रिक्शा टीएसआर के लिए पार्किंग का निर्माण किया जाएगा.
टी-प्वाइंट पुल डफरिन को फिर से डिजाइन करने का भी प्रस्ताव दिया गया है. जर्सी बैरियर द्वारा बनाए गए वर्तमान बीच का हिस्सा हटाने के बाद टी-प्वाइंट पर एक गोल चक्कर का निर्माण किया जाएगा. पुल डफरिन से वन-वे ट्रैफिक को दो विपरीत दिशाओं पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन की ओर और दूसरा पुल मिठाई की ओर भेजा जाएगा.
जेएलएन मार्ग (दिल्ली गेट से अजमेरी गेट तक)
जेएलएन मार्ग पर दिल्ली सरकार ने अजमेरी गेट चौक पर एक स्काईवॉक की जरूरत महसूस की है, क्योंकि यहां वाणिज्यिक प्रतिष्ठान और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन होने के चलते काफी तादात में पैदल चलने वालों का आवागमन होता है.