नई दिल्ली: दिल्ली के सेंट्रल रिज का सौंदर्यीकरण करने के लिए दिल्ली सरकार ने सेंट्रल रिज प्रोजेक्ट की निगरानी के लिए कमेटी का गठन कर दिया है. दिल्ली सरकार का दावा है कि इस प्रोजेक्ट के तहत सेंट्रल रिज को न्यूयार्क के सेंट्रल पार्क की तरह तैयार किया जायेगा. इस इकोलॉजिकल रीस्टोरेशन प्रोजेक्ट को अंतर्राष्ट्रीय मानकों के आधार पर विकसित किया जाएगा.


कमेटी के बारे में जानिए


इसके लिए दिल्ली सरकार ने सेंट्रल रिज प्रोजेक्ट को लेकर 6 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. वन और वन्यजीव विभाग के प्रमुख सचिव पर्यावरण विभाग की अध्यक्षता में इस सलाहकार समिति का गठन किया गया है. यह कमेटी सेंट्रल रिज प्रोजेक्ट को समय पर पूरा कराने का काम करेगी. 16 मार्च को दिए गए आदेश पर कमेटी का गठन किया गया है. इस 6 सदस्यीय सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रमुख सचिव होंगे. वन विभाग के प्रधान मुख्य वन संरक्षक सदस्य सचिव होंगे.


इसके अलावा विशेषज्ञ सीआर बाबू, पेड़ विशेषज्ञ प्रदीप, सलाहकार रीना गुप्ता और आर्किटेक्ट सुदित्या सिन्हा को कमेटी में शामिल किया गया है. प्रमुख सचिव की अध्यक्षता में सलाहकार समिति की हर दो हफ्ते में कमेटी की बैठक होगी. कमेटी परियोजना की निगरानी, समय सीमा के भीतर काम और अंतर्राष्ट्रीय मानकों के आधार पर निर्माण सुनिश्चित करेगी.


एडवाइजरी कमेटी के क्या काम होंगे?


पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने जानकारी देते हुए बताया कि परियोजना में कैनोपी लिफ्टिंग पद्धति से विलायती कीकर को हटाकर स्थानीय प्रजातियों के पौधे लगाने का काम शामिल है. पांच साल में 423 हेक्टेयर क्षेत्र से कीकर को हटाकर स्थानीय प्रजाती के पौधे लगाने का लक्ष्य हासिल किया जाएगा. एडवाइजरी कमेटी के काम होंगे-




  • परियोजना के कार्यान्वयन के संबंध में प्रोजेक्ट प्रगति की निगरानी करना.

  • परियोजना के डिजाइन और वैज्ञानिक दृष्टि से उच्चतम अंतरराष्ट्रीय मानकों को सुनिश्चित करना.

  • प्रोजेक्ट के हर एक पहलू पर परियोजना की प्रक्रिया की निगरानी करना.


न्यूयार्क के सेंट्रल पार्क की तर्ज पर सेंट्रल रिज को तैयार करने का प्लान


दिल्ली में सेंट्रल रिज को विलायती कीकर से मुक्त किया जाएगा. इसका क्षेत्रफल 800 हेक्टेयर के करीब है. इसमें बुद्धा जयंती पार्क से लेकर तालकटोरा स्टेडियम और दिल्ली कैंटोनमेंट का क्षेत्र आता है. इसमें से सेंट्रल रिज प्रोजेक्ट के तहत 423 हेक्टेयर क्षेत्र को पुर्नबहाल किया जाएगा. सबसे पहले इसे विलायती कीकर से मुक्त किया जाएगा. इसके बाद स्थानीय प्रजाति के पौधे लगाए जाएंगे. इसके अलावा जिन स्थानों पर विलायती कीकर नहीं हैं वहां पर स्थानीय प्रजाति के पौधे लगाने का काम शुरू किया जाएगा.


पक्षियों और तितलियों के लिए बनेगी सफारी


सेंट्रल रिज प्रोजेक्ट के तहत घास का मैदान भी विकसित किया जाएगा. इसे पक्षियों और तितलियों के लिए सफारी के तौर पर विकसित किया जाएगा. इस प्रोजेक्ट में आसपास के पार्क भी शामिल किए जाएंगे. न्यूयॉर्क के सेंट्रल पार्क के तौर पर सेंट्रल रिज प्रोजेक्ट को विकसित किया जाएगा. दिल्ली सरकार का दावा है कि इस प्रोजेक्ट से दिल्ली को काफी हद तक प्रदूषण से भी राहत मिलेगी.


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