नई दिल्ली: दिल्ली सरकार दिवाली के बाद भीड़ को नियंत्रित करने, सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पर सख्ती बरतने जैसे कोविड-19 रोकथाम संबंधी ऐहतियाती कदम उठा सकती है. जानकारी के मुताबिक, दीवाली के बाद होने वाली दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में सरकार बाजारों का समय कम करने और भीड़ इकट्ठा होने से रोकने जैसे अन्य कदम उठा सकती है.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दिल्ली सरकार कई ऐहतियाती कदम उठाएगी और उम्मीद है कि अगले सात से 10 दिन में कोविड-19 के मामलों में कमी आनी शुरू हो जाएगी.
उन्होंने कहा, 'कोरोना बढ़ रहा है. मैं हालात को लेकर चिंतित हूं. दिल्ली सरकार स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए अगले कुछ दिन में कई ऐहतियाती कदम उठाएगी. मैं उम्मीद करता हूं कि अगले 7 से 10 दिन में मामलों की संख्या में कमी आएगी और हालात काबू में आते जाएंगे.'
वायु प्रदूषण पर क्या बोले केजरीवाल
मुख्यमंत्री ने दिल्ली में खराब हवा के बढ़ते स्तर पर कहा, "बीते 10-12 साल से, पराली से निकला धुंआ दिल्ली और उत्तरी भारत की ओर आ जाता है, जिससे इन महीनों में प्रदूषण की समस्या बढ़ जाती है. किसान इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. वे पराली नहीं जलाना चाहते हैं, क्योंकि इससे निकलने वाला अधिकांश धुंआ उनके गांवों में ही रह जाता है. अब तक इससे निपटने के कोई उपाय नहीं किए गए. हर साल राजनीतिक पार्टियां इसपर रोटियां सेकती हैं, लेकिन इसका कोई हल अबतक नहीं मिल सका है."
केजरीवाल ने इस मौके पर घोषणा कर कहा कि उनकी सरकार ने इस समस्या का हल ढूंढ लिया है और पूसा में आईएआरआई द्वारा विकसित एक सोल्यूशन का टेस्ट किया है, जो बचे हुए पराली को खेत में ही खाद में तब्दील कर देता है. उन्होंने दावा किया कि वैज्ञानिकों ने इन 24 गावों में नतीजे का विश्लेषण किया और पाया कि 70-95 प्रतिशत पराली का विघटीकरण हो गया है.
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