नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने अपने अधीन आने वाले अस्पतालों को निर्देश दिया कि वे कोरोना वायरस के मरीजों के लिए अपने स्तर पर ऑक्सीजन सिलेंडर और सकेंद्रक (कन्संट्रेटर) नहीं खरीदें क्योंकि ये उपकरण सरकार उनके लिए खरीद रही है. एक आधिकारिक आदेश में यह कहा गया है.
सिलेंडर और कन्संट्रेटर जल्द ही खरीद लिए जाएंगे- सरकार
सरकार ने इस महीने की शुरुआत में अपने अधीन आने वाले सभी कोविड अस्पतालों के चिकित्सा निदेशकों को अस्पतालों के सभी बेड के लिए ऑक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्था करने को कहा था. सरकार की तरफ से हालांकि शनिवार को आए आदेश में कहा गया, ‘‘स्वास्थ्य विभाग 18,000 डी-टाइप सिलेंडर, 3,000 बी-टाइप सिलेंडर और करीब 3,000 ऑक्सीजन कन्संट्रेटर की खरीद की प्रक्रिया कर रहा है.’’
इसमें आगे कहा गया, ‘‘सिलेंडर और कन्संट्रेटर जल्द ही खरीद लिए जाएंगे. इन्हें संबंधित अस्पतालों में जरूरत के मुताबिक आवंटित किया जाएगा.’’
निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों को मिलेगा सस्ता इलाज
दिल्ली सरकार ने निजी अस्पतालों में कोरोना वायरस आइसोलेशन बेड का शुल्क आठ हजार से दस हजार रुपये, जबकि वेंटिलेटर के साथ आईसीयू बेड का शुल्क 15,000 से 18,000 रुपये तय करने का आदेश जारी किया है. बकि बिना वेंटिलेटर के आईसीयू के बेड का शुल्क 13,000-15,000 रुपये तय किया गया है. इन शुल्कों में पीपीई की लागत भी शामिल हैं.
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