राजधानी दिल्ली में फ्लाईओवर के रिपेयर और मेंटेनेंस के लिए 52 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. इस सिलसिले में उपमुख्यमंत्री और पीडब्ल्यूडी मंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली में फ्लाईओवर के रखरखाव कार्यों की पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. उन्होंने बैठक में पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को निर्देश दिए कि दिल्ली के लोगों को आवाजाही में किसी प्रकार की समस्या न हो और उन्हें जाम से न जूझना पड़े इसके लिए समय-समय पर जरूरत के अनुसार फ्लाईओवरों की मरम्मत का कार्य होते रहना चाहिए.


इसके साथ ही दिल्ली के 3 फ्लाईओवरों के मरम्मत कार्यों और मेंटेनेंस की मंजूरी दी गई. दिल्ली में पहले से ही 6 मुख्य फ्लाईओवरों का मरम्मत कार्य किया जा रहा है. इस पूरी परियोजना की कुल लागत 52.35 करोड़ रूपये है. दिल्ली सरकार ने पीडब्ल्यूडी को निर्देश दिया है कि इन परियोजनाओं को समय के साथ पूरा किया जाए ताकि लोगों को आवाजाही में परेशानी न आए और उन्हें ट्रैफिक से निजात मिले. 


दिल्ली में लोक निर्माण विभाग द्वारा दिल्ली के फ्लाईओवरों का नियमित रूप से रख-रखाव किया जाता है. वहीं ज्यादा ट्रैफिक दबाव के कारण फ्लाइओवरों में छोटी-मोटी कमियां आ जाती हैं, जिसका पीडब्ल्यूडी के रिपेयर यूनिट द्वारा मेंटेनेंस किया जाता है. 


इन फ्लाइओवरों पर चल रहा काम
जिन फ्लाईओवरों के मरम्मत व पुनर्सुधार को मंजूरी दी गई है, उनमें - नांगलोई फ्लाईओवर के एक्सपेंशन ज्वाइंट का रिप्लेसमेंट, हनुमान सेतु फ्लाईओवर, मायापुरी फ्लाईओवर शामिल हैं. साथ ही जिन फ्लाईओवरों का पहले से मरम्मत का काम चल रहा है, उनमें पुल मिठाई फ्लाईओवर, ओखला फ्लाईओवर, जनक सेतु फ्लाईओवर, ओबराय-लोधी रोड- चिराग दिल्ली फ्लाईओवर, आईएसबीटी कश्मीरी गेट फ्लाईओवर और नेहरु नगर फ्लाईओवर शामिल हैं. 


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