नई दिल्ली: दिल्ली के सरकारी स्कूल के शिक्षकों को नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का आदेश देने के लिए आम आदमी पार्टी विपक्षियों के निशाने पर आ गई थी. कांग्रेस और बीजेपी दोनों की तरफ से सोशल मीडिया पर शेयर किए गए एक सर्कुलर के अनुसार, शिक्षा निदेशालय ने सभी स्कूल शिक्षकों, प्रिंसिपल, वाइस-प्रिंसिपल, हैप्पीनेस कोऑर्डिनेटर्स और संरक्षक शिक्षकों को शपथ ग्रहण समारोह के लिए एक परिपत्र जारी किया था. अब दिल्ली सरकार इसे लेकर बैकफुट पर आ गई है.


टीचर्स को बुलाने पर विवाद छिड़ा तो अब नया सकुर्लर जारी हुआ है. नए सकुर्लर में कहा गया है कि पहले जारी हुआ सर्कुलर आमंत्रण पत्र की तरह है और एंट्री गेट पर कोई अटेंडेंस नहीं लगानी होगी. दिल्ली सरकार ने विपक्षियों के कड़े विरोध के बाद यह नया आदेश जारी किया है.


बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल आज रामलीला मैदान में एक समारोह के दौरान मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. केजरीवाल के शपथ समारोह का रामलीला मैदान में होने का एक अलग महत्व समझा जाता है क्योंकि अन्ना हजारे के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा आंदोलन उन्होंने इसी मैदान में किया था. इससे पहले दो बार उन्होंने रामलीला मैदान में ही शपथ ग्रहण की थी.


आम आदमी पार्टी ने 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में 62 सीटें जीतीं जबकि बीजेपी ने आठ सीटों पर जीत दर्ज की और कांग्रेस लगातार दूसरी बार भी खाता नहीं खोल पाई.


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