कोरोना महामारी के चलते राजधानी दिल्ली में हालत ऐसी हो गई है कि दफनाने को 2 गज जमीन भी कम पड़ रही है. कोविड-19 से बढ़ती मौतों की संख्या के चलते राष्ट्रीय राजधानी में आईटीओ के पास सबसे बड़ी कब्रगाह में अब जगह ही नहीं बची है. पूरे मामले का प्रबंधन कर रहे एक अधिकारी ने मंगलवार को यह बात बताई. एनसीआर के बाकी जगहों से भी कोरोना से मौत के बाद दफनाने के लिए शवों को यहां पर लाया जाता है.
सेक्रेटरी ऑफ कब्रिस्तान एहले इस्लाम, हाजी मियां फैयाजुद्दीन ने कहा- “कुछ इंतजाम किया जाना चाहिए ताकि कोविड-19 पीड़ितों को आसपास की जगहों पर दफनाया जाए और रिश्तेदारों को यहां पर नहीं आना चाहिए क्योंकि जगह सीमित है.” उन्होंने बताया कि प्रबंधन समिति दिल्ली सरकार को इस बारे में लिखेगी ताकि शहर में कोविड-19 से होने वाली मौतों को यहां के कब्रगाह में ना लाना सुनिश्चित किया जाए.
दिल्ली में हर घंटे कोरोना से 5 की मौत
राजधानी दिल्ली कोरोना का कहर झेल रही है और हालात इतने बेकाबू हो गए हैं कि यहां हर घंटे में पांच लोग कोविड-19 से अपनी जिंदगी की जंग हार रहे हैं. कल दिल्ली में कोरोना वायरस के कारण 121 लोगों की मौत हुई और इस आंकड़े के मुताबिक हर घंटे में पांच लोग काल के गाल में समा गए हैं. स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खासा चिंतित हैं और यहां मास्क न पहनने पर पिछले हफ्ते जुर्माना भी बढ़ाकर 2000 रुपये कर दिया है जो पहले 500 रुपये था.
बीते 24 घन्टे में 121 लोगों की मौत हुई है. दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में लगातार चौथे दिन कोरोना से 100 से ज़्यादा मौत दर्ज की गई हैं. बीते 24 घन्टे में 121 लोगों की मौत हुई है और कोरोना से अब तक कुल मौत का आंकड़ा 8512 पर पहुंच गया है.
राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण इस कदर बेकाबू हो गया है कि लगातार चौथे दिन दिल्ली में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. दूसरे दिन भी 24 घंटे में 121 लोगों ने दम तोड़ा है. पिछले दस दिनों में एक हजार से ज्यादा लोगों ने राजधानी में जान गंवाई है और इस हिसाब से एक दिन में 100 मौत का औसत सामने आया है.
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