नई दिल्ली: 21 जून से शुरू किए गए वैक्सीनेशन के महाअभियान पर दिल्ली में वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार के आरोप लग रहे हैं. अब इस पर जवाब देते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने मध्यप्रदेश के रिकॉर्ड वैक्सीनेशन पर सवाल खड़े कर दिए हैं. सत्येंद्र जैन ने कहा है कि हम मध्यप्रदेश की तरह तो नहीं कर रहे ना कि 1 दिन में लाखों लोगों को वैक्सीन लगाएं और 1 दिन में एक हजार भी नहीं कर पा रहे हैं. हम रोज़ 75-80 हज़ार लोगों को लगा रहे हैं. मध्य प्रदेश में जितनी 21 जून को लगी उसकी फीसदी भी अगले दिन नहीं लगा पाए.


जानिए सत्येंद्र जैन ने सवालों पर क्या कहा?


सवाल- आरोप लग रहे हैं कि दिल्ली में वैक्सीनेशन बहुत धीमा किया जा रहा है इसके पीछे क्या वजह है और क्या यह सच है?


जवाब- मध्यप्रदेश की तरह तो नहीं कर रहे ना 1 दिन में लाखों लगाए और 1 दिन में हजार भी नहीं कर पा रहे हैं. हम लोग वैक्सीनेशन दिखावे फोटो ऑप या इवेंट मैनेजमेंट के लिए नहीं कर रहे हैं. दिल्ली के लोगों को रेगुलर वैक्सीन लगाई जा रही है. सबको पता है कि पिछले काफी दिनों से वैक्सीन की दिक्कत रही थी और अभी भी जो वैक्सीन है 10-12 दिन के बाद खत्म हो जाएगी. और जिन्हें दूसरी डोज़ लगवानी है उसके लिए भी हमें इंतज़ाम रखना होगा तो उसी हिसाब से वैक्सीन लगाई जा रही है.


सवाल- बीजेपी और केंद्र सरकार आरोप ये लगा रहे हैं कि करीब साढ़े 8 लाख डोज़ 45+ के लिए हैं और करीब 2-2.5 लाख डोज़ 18+ के लिए थी लेकिन जो वैक्सीनेशन हुआ वो कुछ हज़ार लोगों का ही हुआ


जवाब- वैक्सीनेशन सिर्फ एक दिन के लिए नहीं है. ये कोई इवेंट नहीं है. ये लोग कह रहे हैं कि उस दिन क्यों नहीं लगाई. लेकिन हम रोज़ 75-80 हज़ार लोगों को लगा रहे हैं. परसों जितनी लगी थी कल उससे ज़्यादा लगी आज उससे ज़्यादा लगेंगी. मध्य प्रदेश में जितनी लगी उसकी 1 फीसदी भी नहीं लगा पाए अगले दिन. अगर आप महीने में एक ही दिन वैक्सीन लगाएंगे तो वो बेहतर है या रोज़ लगाएंगे वो बेहतर है.


सवाल- 45+ के स्टॉक को 18+ को लगाने के लिए क्या अब इस्तेमाल किया जा रहा है. वैक्सीन सारी एक हो गई है अब?


जवाब- अब तो 18+ केंद्र ने कहा है सबके लिए देंगे तो सब एक हो गया उसमें तो कोई फर्क बचा नहीं. अब 18 साल से ऊपर सब लोग कॉमन हैं. पहले 60 साल से ऊपर अलग केटेगरी थी, 45 साल से ऊपर अलग केटेगरी थी फिर 18 साल से ऊपर एक अलग कैटेगरी आई. फिर 2 रह गई 18+ और 45+. आज से एक कैटेगरी है 18 साल से ऊपर है.


सवाल- वैक्सीनेशन डेटा में जो वैक्सीन की उपलब्धता अलग अलग बताई जाती है क्या वो सब अब एक हो जाएगा?


जवाब- सब एक हो जाएगा.


सवाल- क्या कोवैक्सीन पहली डोज़ अब लगेगी?


जवाब- कोवैक्सीन की अभी भी थोड़ी किल्लत है इसलिये उसके सेंटर कम हैं, कोवीशील्ड का स्टॉक ज़्यादा है तो उसके ज़्यादा सेंटर हैं.


सवाल- क्या जुलाई के महीने में लोगों को को-वैक्सीन का पहला डोज़ मिल पाएगा?


जवाब- कोवैक्सीन का दूसरा डोज़ लगवाने का जो टाइम फ्रेम है वो कम है, 28 दिन का. जिन लोगों ने पहली डोज़ लगवा ली है तो उन्हें दूसरी डोज़ टाइम पर लगवानी ही है. केंद्र सरकार ने कोवीशील्ड का टाइम बढा दिया है जिसकी वजह से अभी दूसरी डोज़ वाले लोग नहीं आ रहे सिर्फ पहली डोज़ वाले आ रहे हैं. कुछ दिनों के बाद दूसरी डोज़ का समय भी आ जायेगा. अभी दिल्ली में लगभग 50 लाख लोग ऐसे हैं जिन्होंने पहली डोज़ लगवाई है 10-12 लाख लोगों ने दूसरी लगवाई है. तो इनमें 40 लाख करीब ऐसे हैं जो दूसरी डोज़ भी लगवाएंगे.


बीजेपी वाले जो शोर मचा रहे हैं. मध्य प्रदेश ने 21 जून को लगाई थी 3 लाख 12 हज़ार डोज़ और कल लगाई है 120 डोज़. ये अखबारों में ही रिपोर्ट छपी गई है. हरियाणा ने परसों लगाई थी 2 लाख 50 हज़ार कल रह गई 63 हज़ार. एक दम से कम हुआ है तो कई दिनों से एक इवेंट के लिए उन्होंने तैयारी करके रखी हुई थी. बाकी को रोक कर सबको एक ही दिन का अप्पोइंटमेंट दिया गया. सिर्फ दिखाने के लिए कि हमने इतना लगा दिया.


सवाल- क्या ये लगता है कि होर्डिंग की जा रही थी एक खास इवेंट के लिए?


जवाब- बिल्कुल ऐसा ही है.


सवाल- 45+ की वैक्सीन का स्टॉक अब 18+ के लिए भी इस्तेमाल किया जायेगा तो क्या इसके लिए अलग से कोई व्यवस्था है, ज़्यादा सेंटर बनाये जाएंगे?


जवाब- अब सब कॉमन हो गया है एक कैटेगरी हो गई है जो भी 18+ है वो सब एक कैटेगरी में हैं. सबके सेंटर्स अब कॉमन होंगे.


सवाल- क्या 45+ वाले और 18+ वाले कोई भी कहीं भी जाकर वैक्सीन लगा सकता है, अपॉइंटमेंट लेकर या वॉक-इन भी.


जवाब- अपॉइंटमेंट न भी लें वॉक-इन पर भी लग जाएगा.


सवाल- बरसात को लेकर PWD की क्या तैयारियां हैं? क्या नालों की सफाई हो गई है?


जवाब- दिल्ली में फ्लड कंट्रोल ऑर्डर जारी किया और जितने भी नाले हैं लगभग साफ हो गए हैं. कुछ जगह पर काम बाकी रहता है वो भी 30 तारीख से पहले पहले पूरा कर लिया जाएगा. पूरी तैयारी की गई है ताकि पानी का भराव दिल्ली में न हो.


सवाल- खासतौर पर मिंटो रोड हमेशा सवालों के घेरे में रहता है. पिछली बार आप लोगों ने कहा था कि उसमें अलग से पम्प लगा रहे हैं पानी निकालने के लिए क्या वो लगा दिया गया है?


जवाब- पंप लगा दिया गया है. लगता है कि इस बार कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए.


घर-घर राशन स्कीम: केंद्र की चिट्ठी पर सीएम केजरीवाल बोले- 21वीं सदी का भारत चांद पर पहुंच गया और आप...