नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना के कुल मामले ढाई लाख के पार जा चुके हैं. सोमावर को दिल्ली में कोरोना के 3816 नए केस सामने आए. कोरोना के मौजूदा ट्रेंड को लेकर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि आने वाले 2 हफ़्तों में कोरोना का डाउन ट्रेंड देखने को मिल सकता है.


दिल्ली में कोरोना की वर्तमान आकंड़ों और पॉजिटिविटी दर को लेकर सत्येंद्र जैन ने कहा, "दिल्ली में आज पॉजिटिविटी रेशियो 6.47 फीसदी है. अगर एक हफ्ते का मूविंग एवरेज लगाएं तो 7 फीसदी पर अभी पॉजिटिविटी रेशियो आ गया है. इससे पहले मूविंग एवरेज एक हफ्ते की 8.5 से 9 फीसदी की थी. जो कि अब थोड़ा कम होकर 7 फीसदी पर आ गई है. जनवरी से लेकर अभी तक का पॉजिटिविटी रेशियो 9.5 फीसदी पर आ चुका है. पहले 12 या 13 फीसदी होती था. अब ये लगता है कि जो केस एकदम से अचानक बहुत ज़्यादा बढ़ने शुरू हो गये थे अब वो थोड़ा कम होकर 7 फीसदी तक आ चुके हैं."


स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक कोरोना का डाउन ट्रेंड अगले 2 हफ़्तों में देखने को मिला सकता है. सत्येंद्र जैन ने कहा, "मैंने 2-3 हफ्ते पहले कहा था कि निश्चित ट्रेंड 2 हफ्ते बाद देखने को मिलेगा, और अब ये वो 2 हफ्ते आ चुके हैं. अब ट्रेंड स्थिर हो चुका है. मुझे लगता है कि आने वाले 2 हफ़्तों में आपको निश्चित तौर पर डाउन ट्रेंड देखने को मिलेगा. हमने टेस्टिंग बढाई, 60 हज़ार की अगर एक भी पॉजिटिव केस आता है तो उसको छोड़ना नहीं है. इतनी बड़ी संख्या में जब केस को ढूंढा और उन्हें आइसोलेट किया घरों में अस्पतालों में तो आगे फैलने से रुका और उसका प्रभाव देखने को मिला."


दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, "ऑक्सीजन की कमी नहीं कह सकते लेकिन कुछ सप्लायर्स को राजस्थान में कहा गया है कि पहले वो राजस्थान में सप्लाई करेंगे. कुछ समस्या है लेकिन उसे बातचीत करके सुलझाया जा रहा है. दिल्ली में ऑक्सीजन यूपी और राजस्थान से आती है क्योंकि प्लांट्स बड़े एरिया में लगते हैं. अभी 6-7 दिन की ऑक्सीजन का स्टॉक है. थोड़ी बहुत दिक्कत है. लेकिन हमारा मानना है कि कम से कम 6-7 दिन का स्टॉक होना चाहिए, कुछ असपतालो में 7 दिन से कम भी है."


कोरोना की चुनौती के बीच डेंगू और मलेरिया के मामले बढ़ने पर सरकार की तैयारियों पर बात करते हुए सत्येंद्र जैन ने कहा, "डेंगू और मलेरिया के लिये पूरा अभियान चलाया गया है. 10 हफ्ते 10 बजे 10 मिनट, जो पिछले साल भी काफी सफल रहा था और इस साल भी काफी सफल है. दिल्ली के अंदर केस पिछले साल से कम आये हैं अभी तक. एक या दो केस अभी तक आये हैं जिसमें कोरोना और डेंगू दोनो हो मरीज़ को. अभी कोरोना वार्ड की ज़रूरत है डेंगू वार्ड की ज़रूरत 2015 में पड़ी थी, अभी लगता है कि ज़रूरत न पड़े."


दिल्ली में फिलहाल 15 हजार 804 बेड अस्पताल में कोरोना के मरीजों के लिये हैं. इनमें से 50 फीसदी से भी ज़्यादा बेड खाली हैं. हालांकि कुछ प्राइवेट अस्पताल में ICU बेड्स की दिक्कत आ रही है.


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