Delhi Pollution: दिवाली के बाद दिल्ली में फिर हो सकता है पॉल्यूशन अटैक, हवा को साफ रखने के लिए बनाया गया ये प्लान
Delhi-NCR Pollution: दिल्ली-एनसीआर को प्रदूषण से बचाने के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) का दूसरा चरण को लागू कर दिया है.
Delhi-NCR Air Pollution News: राजधानी दिल्ली (Delhi) में हर साल दिवाली (Diwali) के साथ ही प्रदूषण (Delhi Air Pollution) का खतरा बढ़ जाता है. इस बार भी हवा की गुणवत्ता (Delhi Air Quality) लगातार खराब हो रही है. इन दिनों सुबह के वक्त धुंध के कारण राष्ट्रपति भवन (Rashtrapati Bhavan) तक साफ नहीं नजर आता है. आने वाले दिनों में दिल्ली की हवा की गुणवत्ता और भी खराब स्थिति में पहुंच सकती है.
भारत सरकार के 'सिस्टम ऑफ एयर क्वॉलिटी एंड वेदर फॉरकास्टिंग एंड रिसर्च' (SAFAR) के मुताबिक, जल्द ही उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा की तरफ से जो हवा दिल्ली की ओर चलेगी, उसके साथ पराली का धुआं भी राजधानी की ओर आएगा.
SAFAR का अनुमान
SAFAR के मुताबिक, पंजाब-हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश से 24 अक्टूबर से हवाएं दिल्ली की ओर चलना शुरू होंगी, इसलिए पूरी आशंका है कि दिल्ली में पराली के धुएं से प्रदूषण बढ़ेगा. आंकड़े बताते हैं कि दिल्ली का पार्टिकुलेट मैटर (PM 2.5), 23 अक्टूबर को पांच फीसदी, 24 अक्टूबर को आठ फीसदी और 25 अक्टूबर को 16-18 फीसदी तक बढ़ सकता है. ऐसा अनुमान जताया गया है कि 26 अक्टूबर की शाम से हवा की गुणवत्ता में सुधार होना शुरू हो सकता है.
उल्लेखनीय है कि पार्टिकुलेट मैटर हवा में मौजूद ठोस-तरल पदार्थ कण होते हैं, जिनमें हानिकरक प्रदूषण कण भी होते हैं. ऐसे कणों का व्यास 2.5 माइक्रोमीटर या उससे कम बताया जाता है होता है.
हवा साफ रखने का ये है प्लान
दिल्ली में हवा के खराब स्तर को देखते हुए पाबंदियों का दौर शुरू हो चुका है. वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) की ओर से ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के दूसरे चरण को लागू कर दिया गया है. इसके तहत प्रदूषण कम करने के लिए हर दिन सड़कों की सफाई और हर दूसरे दिन पानी का छिड़काव किया जाएगा. होटल या रेस्टोरेंट में कोयले या तंदूर का इस्तेमाल नहीं होगा. डीजल जनरेटर का इस्तेमाल सिर्फ इमरजेंसी सेवाओं में होगा. लोगों से पब्लिक ट्रांसपोर्ट का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने की अपील भी की गई है. इसके साथ ही स्मॉग टावर भी लगाए गए हैं.
इन मरीजों के लिए अलर्ट
प्रदूषण के बिगड़ते स्तर से फिलहाल राहत मिलने की उम्मीद नहीं दिखाई दे रही है. दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सांस और दिल के मरीजों को सतर्क रहने की चेतावनी दी जा रही है. मरीजों को सलाह दी गई है कि जरूरत होने पर वे घरों से बाहर निकलें क्योंकि प्रदूषित हवा उनके लिए काफी घातक हो सकती है.
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