वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं को तोहफा: अमित शाह ने दिल्ली-कटरा ‘वंदेभारत एक्सप्रेस’ को दिखाई हरी झंडी, 8 घंटों में पूरी होगी यात्रा
इस ट्रेन से दिल्ली और कटरा की दूरी महज आठ घंटे में तय की जा सकेगी. अभी इस दूरी को तय करने के लिए 12 घंटे का समय लगता है.कटरा प्रसिद्ध वैष्णो देवी मंदिर जाने के लिए आखिरी रेलवे स्टेशन है.
नई दिल्ली: नवरात्रों के पावन मौके पर मां वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं को तोहफा मिला है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज दिल्ली-कटरा वंदेभारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखा दी है. इस ट्रेन से दिल्ली और कटरा की दूरी महज आठ घंटे में तय की जा सकेगी. अभी इस दूरी को तय करने के लिए 12 घंटे का समय लगता है. कटरा प्रसिद्ध वैष्णो देवी मंदिर जाने के लिए आखिरी रेलवे स्टेशन है.
अंबाला, लुधियाना और जम्मू तवी स्टेशन पर रुकेगी वंदे भारत एक्सप्रेस
दिल्ली-कटरा वंदे भारत एक्सप्रेस के टिकटों की बुकिंग आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर शुरू हो गई है. जानकारी के मुताबिक नई दिल्ली से कटरा के बीच यह ट्रेन तीन स्टेशनों अंबाला, लुधियाना और जम्मू तवी पर रुकेगी. नई दिल्ली से लुधियाना के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी. वंदे भारत एक्सप्रेस ना सिर्फ सेमी हाई स्पीड ट्रेन है बल्कि इसमें सुरक्षा और उच्च तकनीकि पर भी विशेष ध्यान दिया गया है.
वंदे भारत एक्सप्रेस की खूबियांUnion Home Min Amit Shah at the flag-off ceremony of Vande Bharat Express from Delhi to Katra: I'm proud that this 'Made in India' train is being flagged-off from here today. The railways is working towards achieving its targets keeping in mind principles of speed,scale&service pic.twitter.com/eN5AFcabka
— ANI (@ANI) October 3, 2019
- यह ट्रेन 160 किलोमीटर प्रतिघंटे की अधिकतम रफ्तार से चल सकती है.
- इसमें शताब्दी ट्रेनों जैसी यात्री श्रेणी लेकिन बेहतर सुविधाएं हैं.
- इसमें 16 वातानुकूलित कोच हैं जिनमें दो एक्जीक्यूटिव श्रेणी के हैं.
- ट्रेन में कुल 1,128 यात्रियों के बैठने की क्षमता है.
- इस ट्रेन में उतनी संख्या की कोच वाली परंपरागत शताब्दी रेकों से कहीं अधिक सीटें है.
- सभी कोच में स्वचालित दरवाजे, जीपीएस आधारित दृश्य-श्रव्य यात्री सूचना प्रणाली है.
- मनोरंजन के उद्देश्य से ट्रेन के अंदर हॉटस्पॉट वाईफाई और बेहद आरामदायक सीटें हैं.
- सभी शौचालय बायो-वैक्यूम किस्म के हैं.
- यात्रियों को गर्मागर्म भोजन और शीतल पेय पदार्थ परोसने के लिये हर कोच में पैंट्री (रसोई) की व्यवस्था है.
- यात्रियों के अतिरिक्त आराम के लिये डिब्बों में गर्मी और ध्वनि से बचाव की विशेष व्यवस्था की गयी है.
बता दें कि मेक इन इंडिया अभियान के तहत देश में बनी वंदे भारत एक्सप्रेस को पहले T-18 नाम दिया गया था. पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली-वाराणसी मार्ग पर हरी झंडी दिखाई थी. वाराणसी को जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से सुबह छह बजे चलती है. यह आठ घंटे में वाराणसी दोपहर के 2 बजे पहुंचती है. यह ट्रेन दिल्ली से वाराणसी के बीच कानपुर और इलाहाबाद स्टेशन पर कुछ देर के लिए रुकती है. बता दें कि वंदे भारत एक्सप्रेस देश की अभी सबसे प्रीमियम ट्रेन है.
यह भी पढ़ें-
कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 84 उम्मीदवारों के नामों की सूची जारी की, अशोक तंवर का नाम नहींरिपोर्ट: अगर भारत-पाकिस्तान में परमाणु युद्ध हुआ तो 10 करोड़ से अधिक लोग मारे जाएंगे
जानिए- पश्चिम बंगाल के उस फरक्का बांध के बनने की कहानी, जिससे बिहार पानी-पानी है
क्या कर रही हैं बिग बॉस-12 में सुर्खियां बटोरने वाली अनूप जलोटा की ‘गर्लफ्रेंड’ जसलीन, जानिए