Delhi Enviournment Minister: दिल्ली (Delhi) के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (Goapl Rai) ने प्रदूषण के खिलाफ विंटर एक्शन प्लान (Winter Action Plan) तैयार करने को लेकर आज सभी संबंधित विभागों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की. बैठक में पर्यावरण विभाग (Environment Department), डीपीसीसी (DPCC), विकास विभाग और वन विभाग के अधिकारी शामिल रहें. 


पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के खिलाफ आगामी दिनों के लिए विंटर एक्शन प्लान की तैयारी शुरू कर दी है. इस साल का विंटर एक्शन प्लान, पराली और कूड़ा जलाने, वाहन और धूल प्रदूषण, हॉटस्पॉट, स्मॉग टावर, केंद्र सरकार और पड़ोसी राज्यों से संवाद, ग्रीन वाररूम और ग्रीन एप को उन्नत बनाने जैसे 15 फोकस बिंदुओं पर आधारित है. इसके साथ ही 5 सितंबर को सभी संबंधित 33 विभागों के साथ समीक्षा बैठक कर निर्धारित फोकस बिंदुओं पर संयुक्त कार्ययोजना तैयार की जाएगी.


क्या बोले दिल्ली के पर्यावरण मंत्री?
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने विंटर एक्शन प्लान तैयार करने को लेकर लिए गए कुछ प्रमुख निणर्यों के संबंध में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सर्दियों में होने वाली प्रदूषण की समस्या के खिलाफ केजरीवाल सरकार ने दिल्लीवासियो के लिए विंटर एक्शन प्लान बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. आज बैठक के दौरान कई महत्वपूर्ण सुझाव आए, जिनमे मुख्य तौर पर 15 सूत्रीय फोकस बिंदु चिंहित किए गए है. जिस पर सरकार आगामी दिनों में प्रमुखता के साथ काम करेगी और इसी के आधार पर आगे का विंटर एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा. 15 फोकस बिंदुओं में जो शामिल है- 


1. पराली जलाना 
2. धूल प्रदूषण
3. वाहनों से होने वाले प्रदूषण
4. ओपन कूड़ा बर्निंग
5. औद्योगिक प्रदूषण 
6. ग्रीन वार रूम एवं ग्रीन ऐप
7. हॉट स्पॉट
8. रियल टाईम अपोरशमेंट स्टडी(आई.आई.टी. कानपुर द्वारा) 
9. स्मॉग टावर
10. ई-वेस्ट ईको पार्क 
11. हरित क्षेत्र को बढ़ाना/ वृक्षारोपण
12. अर्बन फार्मिग
13. इको क्लब एक्टीविटी/ जन भागीदारी को बढ़ावा
14. पटाखे 
15. केंद्र सरकार एवं पड़ोसी राज्यों के साथ संवाद जैसे बिंदु शामिल है. 


क्या है पराली की समस्या?
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि 15 फोकस बिंदुओं में पहली पराली की समस्या है. आगामी दिनों में पराली जलाने की समस्या को केंद्र बिंदु बनाकर काम किया जाएगा. दूसरा, धूल प्रदूषण है. तीसरा वाहनों से होने वाले प्रदूषण को केंद्रित करते हुए काम किया जाएगा. चौथा फोकस जगह-जगह जलाए जाने वाला कूड़ा है. जाड़े के समय में हर इलाके में जगह-जगह कूड़ा जलाया जाता है. 


पांचवां बिंदु औद्योगिक प्रदूषण है. इसमें यह सुनिश्चित किया जाएगा की दिल्ली के सभी पंजिकृत औद्योगिक इकाईयों को पी.एन.जी. में कनवर्ट कर दिया गया हो. छठा बिंदु ग्रीन वॉर रूम और ग्रीन दिल्ली ऐप है.


क्या है ग्रीन एप?
पिछले साल से ग्रीन वॉर रूम और ग्रीन एप पर काम किया जा रहा है. गोपाल राय ने बताया कि इस दौरान दिल्लीवासियों के ज़रिये ,उन्हे कई तरह के सुझाव आएं हैं, इसलिए इसको और अपग्रेड करने का फैसला लिया है, ताकि और बेहतर तरीके से लोगों के साथ संवाद कर पाएं और उनकी शिकायतों पर उचित समय में कार्रवाही हो सकें.


किन बिंदुओं पर किया जा रहा है काम?
गोपाल राय ने कहा कि हमारा सातवां फोकस बिंदु हॉटस्पॉट है. यह दिल्ली के वह इलाके है जहां सबसे ज्यादा लोगों को प्रदूषण का शिकार होना पड़ता है. आठवां फोकस बिंदु रियल टाइम अपोरशमेंट स्टडी है, जिसके द्वारा रियल टाईम प्रदूषण से संबंधित कारणों का पता चलेगा. नवां फोकस बिंदु  स्मॉग टावर है. दिल्ली के अंदर स्मॉग टॉवर बन कर तैयार हो चुके हैं. यह अध्ययन का मुख्य बिंदु रहेंगे. दसवां फोकस बिंदु ई वेस्ट ईको पार्क है. भारत के पहले ईको पार्क का निर्माण दिल्ली के होलम्बी कला में किया जा रहा है. यह ईको पार्क है जीरो वेस्ट पॉलिसी के आधार पर कार्य करेगा. ग्यारवां फोकस बिंदु हरित क्षेत्र को बढ़ाना रहेगा. 


पर्यावरण मंत्री ने कहा की विंटर एक्शन प्लान के तहत बारवां फोकस बिंदु अर्बन फार्मिंग है जिसके तहत दिल्ली में ग्रीन कवर बढ़ाने का कार्य किया जाएगा. तेहरवां फोकस बिंदु ईको क्लब एक्टिविटी एवं जन भागीदारी को बढ़ावा देना है. जिसके आधार पर स्कूलों में बने अलग-अलग इको क्लब के बच्चो के माध्यम से प्रदूषण के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया जाएगा. चौदवां फोकस बिंदु पटाखे है. और अंत में पंद्रहवा  फोकस बिंदु केंद्र सरकार और पड़ोसी राज्यों के साथ संवाद स्थापित करना रहेगा, ताकि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए एक संयुक्त कार्य किया जा सके.


5 सितंबर को की जाएगी सभी 33 विभागों के साथ समीक्षा बैठक
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया की दिल्ली के अंदर कई प्रमुख एजेंसियां कार्यरत है,जिनकी अलग-अलग भूमिका होती है. इन सभी 33 विभागों के साथ संयुक्त बैठक 5 सितंबर को आयोजित करने का निर्णय  लिया गया है. इस बैठक में एमसीडी, एनडीएमसी, कैंटोनमेंट बोर्ड, डीडीए, सीपीडब्ल्यूडी, पीडब्ल्यूडी, ट्रैफिक पुलिस, ट्रांसपोर्ट विभाग, पर्यावरण विभाग, विकास विभाग के सभी उच्च अधिकारी मौजूद रहेंगे. 


क्या है दिल्ली सरकार का विंटर एक्शन प्लान?
इस बैठक का मुख्य मकसद दिल्ली के अंदर प्रदूषण के खिलाफ इस जंग में संयुक्त कार्य योजना का निर्माण करना है. 5 सितंबर को होने वाली बैठक में अलग अलग विभागों को विंटर एक्शन प्लान के तहत निर्धारित किये गए 15 फोकस बिंदुओं के आधार पर विशिष्ट कार्य सौपे जाएंगे. जिसके अनुरूप दिल्ली सरकार इस वर्ष का विंटर एक्शन प्लान तैयार करेगी. साथ ही CAQM द्वारा रिवाइज्ड ग्राफ को दिल्ली में कैसे लागू किया जाए इस पर भी 5 सितंबर की बैठक में सभी विभागों के साथ चर्चा किया जाएगा.


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