IGI Airport Roof Collapse: दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल 1 के डिपार्चर छत का एक बड़ा हिस्सा गिरने से 1 शख्स की मौत हो गई थी. जबकि, 8 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इस बीच दिल्ली एयरपोर्ट के बंद पड़े टर्मिनल 1 (टी1) का तकनीकी अध्ययन एक महीने में पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है. वहीं, अधिकारियों का कहना है कि रिपोर्ट के आधार पर टर्मिनल को दुबारा खोलने पर फैसला लिया जाएगा.
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल 1 के टेक्निकल रिपोर्ट में करीब एक महीने का समय लग सकता है. दरअसल, टर्मिनल 1 जोकि घरेलू उड़ानों की जिम्मेदारी संभालता है, जिसमें इंडिगो और स्पाइसजेट जैसी कंपनियां इस टर्मिनल का इस्तेमाल करती हैं.
IIT दिल्ली के इंजीनियर कर रहें जांच
दरअसल, बीते शुक्रवार की सुबह बारिश के कारण छत गिरने की दुर्घटना के मद्देनजर टर्मिनल-1 को अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया गया था, जिसके कारण एक कैब चालक की मौत हो गई और 8 अन्य घायल हो गए थे. हालांकि, इस घटना के फौरन बाद, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि आईआईटी दिल्ली के इंजीनियरों को 'छत के गिरने का तुरंत आंकलन करने' के लिए कहा गया है.
T-1 पर उड़ान भरने में लग सकते हैं कुछ महींने-सूत्र
फिलहाल, इंडिगो और स्पाइसजेट ने अपनी घरेलू सेवाएं सबसे बिजी रहने वाले टी2 और टी3 टर्मिनलों पर ट्रांसफर कर दी हैं. इस बीच, दो सूत्रों ने समाचार एजेंसी को बताया कि टर्मिनल 1 पर उड़ानों के आगमन और प्रस्थान की अनुमति मिलने में 'कुछ महीने' लग सकते हैं.
दुनिया भर में 10वां सबसे व्यस्त हवाई अड्डा IGI एयरपोर्ट
बता दें कि, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम पर बना दिल्ली हवाई अड्डा देश का सबसे बिजी रहने वाला हवाई अड्डा है और दुनिया भर में 10वां सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है. इसके तीन टर्मिनल मिलकर रोजाना लगभग 1400 उड़ानों का आवागमन करते हैं. हालांकि, इसकी जिम्मेदारी दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (डायल) द्वारा किया जाता है. वहीं, डायल के प्रवक्ता का कहना है कि हम टर्मिनल 3 और टर्मिनल 2 पर उड़ान संचालन को बनाए रखने के लिए तैयार हैं. जबकि टर्मिनल 1 पर परिचालन बंद चल रहा है.