जियो का डर बेवजह नहीं, किसान आंदोलन के बीच बड़ी संख्या में जियो के नंबर हो रहे हैं पोर्ट
किसान आंदोलन के बीच टेलिकॉम कंपनियों में जंग छिड़ गई है. रिलायंस Jio ने एयरटेल और वोडाफोन आइडिया के खिलाफ एमएनपी यानी मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी को लेकर टेलीकॉम नियामक ट्राई से शिकायत की है. हालांकि एयरटेल और वोडाफोन ने इस दावे को बेबुनियाद बताया है.
नई दिल्ली: किसान आंदोलन के बीच देश की तीन बड़ी दूरसंचार सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी शुरू हो गया है. जियो ने दूरसंचार मंत्रालय को एयरटेल और वोडाफोन आईडिया पर अपने ग्राहक छीनने का आरोप लगाया है. जियो की तरफ से कहा गया है की एयरटेल और वोडाफोन किसान आंदोलन के दौरान किसानों से जियो के नंबर का बहिष्कार कर नंबर एयरटेल या वोडाफोन आईडिया में पोर्ट करने की बात कर रहे हैं. हालांकि एयरटेल और वोडाफोन ने इस दावे को सिरे से खारिज भी किया है.
लेकिन किसान आंदोलन के दौरान एबीपी न्यूज़ के कैमरे पर भी जो तस्वीरें कैद हुई उससे यह तो साफ लग रहा है की कंपनी के स्तर पर भले ही ना हो लेकिन जमीनी स्तर पर जरूर जियो से एयरटेल या वोडाफोन आईडिया पर नंबर पोर्ट होने का काम खुलेआम चल रहा है.
दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर चल रहा है नंबर पोर्ट करने का काम दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर एक छाते के नीचे नंबर पोर्ट करने का काम चल रहा है. पड़ताल में हमने पाया कि जिस छाते के नीचे ये काम चल रहा है वो छाता वोडाफोन आइडिया यानी वीआई की तरफ से मार्केटिंग के लिए डिस्ट्रीब्यूटर को दिया जाने वाला छाता है. इस छाते के ऊपर जो बैनर टंगा है उस पर एयरटेल का लोगो बना हुआ है और बैनर पर साफ तौर पर लिखा हुआ है कि किसान आंदोलन को सफल बनाते हुए जियो के नंबर का बहिष्कार कर अपना नंबर पोर्ट करवाए
इतना ही नहीं यहां पर जो शख्स नंबर पोर्ट करने का काम कर रहा है जब एबीपी न्यूज़ ने उसे जानना चाहा कि वह कौन है और किस कंपनी से जुड़ा हुआ है तो वहां मौजूद शख्स ने बताया कि वह एक डिस्ट्रीब्यूटर है और उसके पास तीनों ही कनेक्शन मौजूद हैं. लेकिन लोग किसान आंदोलन के चलते जियो के नंबर से पोर्ट करवाना चाह रहे हैं और वह उनकी मदद कर रहा है.
लोगों ने बताया- क्यों पोर्ट करा रहे हैं नंबर इसके बाद वहां पर ऐसे भी कई लोग मिले जो अपना नंबर पोर्ट करवाने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे या फिर जियो का नंबर पोर्ट करवा चुके थे. एबीपी न्यूज़ ने जब उन लोगों से बातचीत की तो उनका कहना था कि वह किसान आंदोलन में शामिल हैं और किसान आंदोलन को सफल बनाने के लिए यहां पर जुटे हैं. लोगों का कहना था कि जिस तरह से सरकार ने तीन कानून बनाए गए हैं और उसका सीधा फायदा उद्योगपति घरानों को मिलेगा उसी का यह लोग विरोध कर रहे हैं और उसी के विरोध में अपना नंबर जिओ से एयरटेल या वीआई में पोर्ट करवा रहे हैं.
यानी कुल मिलाकर किसान आंदोलन के दौरान जो तस्वीरें सामने आई हैं वह इस बात की ओर इशारा तो जरूर कर रही है कि लोग जियो से अपना नंबर पोर्ट करवा कर एयरटेल या वोडाफोन आइडिया की तरफ़ जा रहे हैं. लेकिन यह भी साफ तौर पर नहीं कहा जा सकता है कि जियो का बहिष्कार करो और अपना नंबर पोर्ट करवाओ वाला यह बैनर एयरटेल और वोडाफोन आइडिया यानी वीआई कंपनी की जानकारी में है या नहीं. क्योंकि यह बैनर स्थानीय डिस्ट्रीब्यूटर की तरफ से लगाए गए हैं और उन्हीं के द्वारा नंबर पोर्ट करने का काम भी किया जा रहा है.
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