Delhi Covid-19: दिल्ली में कोरोना के संक्रमण के मामले में और तेजी आ सकती है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन (Satyendar Jain) ने जानकारी देते हुए कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा जारी होने वाले कोरोना हेल्थ बुलेटिन में गुरूवार को करीब 14 हज़ार कोरोना (Corona) संक्रमण के नये मामले सामने आ सकते हैं. इसी के साथ दिल्ली की संक्रमण दर 14 से 15 फीसदी तक पंहुच जाएगी. सत्येन्द्र जैन ने कहा कि कल मौत का ऑकड़ा भी ज़्यादा रहा, 8 मौतें दिल्ली में हुई थी लेकिन ये ऑकड़ा ज़्यादा चिंताजनक नहीं है क्योंकि अभी कोरोना से हुई मौत के मामले काफ़ी कम हैं. 1000 मरीज़ों पर सिर्फ़ 1 ही मौत का मामला सामने आ रहा है जो कि पिछली बार के मुक़ाबले बहुत कम है. सत्येन्द्र जैन ने कहा कि पूरे देश में बुधवार को 300 से ज्यादा मौत हुई है उस हिसाब से दिल्ली में मौत 2 फीसदी के आसपास है. पिछली बार जब 10 हजार मामले दिल्ली में थे तब 150 से 200 मौतें हो रही थी.


अस्पतालों में बेड की स्थिति


अस्पतालों में बेड की स्थिति पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री (Delhi Health Minister) सत्येन्द्र जैन ने कहा कि बुधवार सुबह तक दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में 782 बेड पर ही कोरोना मरीज़ भर्ती थे. उन्होंने कहा कि जो मरीज़ अस्पतालों में भर्ती हैं इसका मतलब ये नहीं कि वो सभी ऑक्सीजन बेड पर ही हैं या वेंटिलेटर पर हैं. कुछ मरीज़ सामान्य बेड पर भी हो सकते हैं. इस वक्त बहुत कम लोग ही हैं जो ऑक्सीजन बेड पर हैं. हालांकि सरकार अस्पतालों में बेड बढ़ाने की तैयारी कर रही है. सत्येन्द्र जैन ने बताया कि हमारी तैयारियां पहले से काफ़ी बेहतर है, पहले अस्पतालों में 9 हज़ार के करीब बेड थे. ये संख्या अब बढ़ाकर करीब 12 हज़ार के आसपास कर दी गई है. 


होम आइसोलेशन से 7 दिन बाद बिना टेस्ट के निकल सकते हैं बाहर


होम आइसोलेशन (Home Isolation) पॉलिसी में किये गये बदलाव पर सत्येन्द्र जैन (Satyendar Jain) ने कहा कि जो मरीज़ होम आइसोलेशन में है उन्हे अब पहले की तरह 10 दिनों तक घर के अंदर रहने की ज़रूरत नहीं है. अगर तीन दिनों तक उन्हें कोई कोविड के लक्षण नज़र नहीं आते हैं तो 7 दिनों के बाद बिना टेस्ट कराए वो होम आइसोलेशन से बाहर आ सकते हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने ज़ोर देते हुए ये भी कहा कि इस बार कोरोना पिछली बार जितना ख़तरनाक नहीं है लेकिन हम सभी को कोविड नियमों का पालन ज़रूर करना चाहिए ताकि सभी सुरक्षित रहें.


दिल्ली में लगने वाला वीकेंड कर्फ़्यू किस तरह रहेगा


दिल्ली में लगने वाला वीकेंड कर्फ़्यू को लेकर सत्येन्द्र जैन (Satyendar Jain) ने कहा कि कर्फ़्यू में सब बंद रहेगा, जो ज़रूरी सेवाओं से जुड़े लोग हैं सिर्फ़ उन्हें छूट रहेगी, सरकारी और प्राइवेट सभी दफ़्तर बंद रहेंगे. केन्द्र से जुड़े दफ़्तरों के लिये हमने अभी कुछ नहीं कहा है, हालांकि वहां वीकेंड पर अक्सर छुट्टी ही होती है. जो ज़रूरी सेवाओं से जुड़े लोग हैं वो अपना आईडी कार्ड के साथ काम पर निकले सकते है. घरों में काम करने वाली हाउस हेल्पर्स के लिए सत्येन्द्र जैन ने कहा कि वीकेंड कर्फ्यू में अलग से कोई छूट नहीं है, दो दिन की बात है लोग घर पर मैनेज कर सकते हैं.


ओमिक्रोन कितना खतरनाक?


दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन आगे कहा कि ओमिक्रोन खतरनाक नहीं है. मुंबई में भी हमारी डॉक्टरों से बात हुई है, ये कम ख़तरनाक है, पिछली बार severity  बहुत ज़्यादा थी, बहुत लोगों में इस बार कोई भी लक्षण (Symptoms) नहीं है. सत्येन्द्र जैन ने कहा कि ओमिक्रोन (Omicron) से दिल्ली में फ़िलहाल कोई मौत नहीं हुई है. टेस्टिंग ज़्यादा है, इसीलिए मरीज़ों की संख्या ज़्यादा नज़र आ रही है. अब 90 हजार से ज्यादा टेस्ट हो रहे हैं.


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क्या लॉकडाउन पर विचार चल रहा?


दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने कहा कि लॉकडाउन को लेकर कोई विचार नहीं हो रहा है. हमने बहुत सारे प्रतिबंध पहले से ही दिल्ली में लगा दिए हैं. जिम, स्कूल, बैंक्वेट हॉल तमाम सारी चीजें बंद हैं. दुकाने ऑड-ईवन के आधार पर खुल रही हैं. कल रात से सोमवार सुबह तक दिल्ली में कर्फ्यू भी रहेगा. कोविड की वजह से मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना पर रोक को लेकर सत्येन्द्र जैन ने कहा कि कर्फ्यू के अंदर सिर्फ़ ज़रूरी सेवाएं ही चलेंगी बाक़ी चीज़ों पर फ़िलहाल रोक ही रहेगी.


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क्या दिल्ली में सभी कोविड मरीज़ों की जीनोम सीक्वेंसिंग?


दिल्ली में सभी कोविड मरीज़ों की जीनोम सीक्वेंसिंग के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने कहा कि जीनोम सीक्वेंसिंग अभी कुछ ही सैंपल्स की हो रही है. अब मामले 10,000 से ज़्यादा हो गए हैं इसलिये सभी की जीनोम सीक्वेंसिंग करवाना मुश्किल है. दरअसल इसका मकसद था ओमिक्रोन से जुड़े मामलों का पता लगाना कि ये देश में आया है या नहीं और अब ज़्यादातर मामले ओमिक्रोन के ही हैं.