Coronation Pillar Waste Wastewater Treatment Plant: दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती कोरोनेशन पिलर वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में निरीक्षण के लिए पहुंचे. तकरीबन 50 यूनिट से गुजरते हुए सीवेज के गंदे पानी को लाकर वहां प्यूरिफाई किया जाता है. 


यहां 5 विधानसभा क्षेत्र से गंदे, गटर के पानी को ड्रेन के जरिए यहां पर लाया जाता है फिर, 50 प्यूरिफिकेशन लेवल से गुजरते हुए, इसको प्यूरिफाई किया जाता है. प्यूरिफाई करने के बाद इस पानी को उपयोगी लाइक बनाकर ड्रेन के माध्यम से यमुना में छोड़ दिया जाता है. जहां यह आसपास के इलाकों में फिर सप्लाई होता है जरूरत के हिसाब से.


एशिया का सबसे बड़ा प्लांट


इस प्रक्रिया को वेस्ट वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट या कोरोनेशन पिलर कहते हैं. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में यह ट्रीटमेंट प्लांट बनाया गया था. यह पूरा प्लांट 70 एमजीडी (Capacity) का है. एशिया में यह सबसे बड़ा प्लांट है. दिल्ली जल बोर्ड ने कई कीर्तिमान स्थापित किया हैं जिसमें एक कीर्तिमान ये भी है. दिल्लीवासियों के लिए खुशखबरी ये है कि राजधानी में ऐसे और कई प्लांट बन रहे हैं.






'हम यमुना के पानी को डुबकी लगाने योग्य बना देंगे' 


जल बोर्ड उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने कहा, 'यहां पर 5 विधानसभा सभा क्षेत्रों से सीवेज का, गटर का पानी उठा कर लाया जाता है, फिर 50 यूनिट के साथ साफ किया जाता है. बाद में पानी को यमुना में छोड़ दिया जाता है. जो गंदगी हम पानी से निकालते हैं उसके अंदर से इलेक्ट्रिसिटी भी बनाई जाती है. इलेक्ट्रिसिटी का उपयोग इस प्लांट को चलाने के साथ ही दूसरी जगह सप्लाई में भी किया जाता है.'


उन्होंने कहा कि दिल्ली में और सीवेज प्लांट बनाने का काम जारी है. हम जल्दी ही यमुना के पानी को डुबकी लगाने योग्य बना देंगे. सीएम अरविंद केजरीवाल ने यमुना सफाई का वादा किया है.


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