Delhi Kanjhawala Case: कंझावला मामले को लेकर AAP का जंतर-मंतर पर कैंडल मार्च, कहा- आरोपियों को बचा रही है दिल्ली पुलिस
Delhi Kanjhawala Case: आप ने कंझावला घटना को लेकर कैंडल लाइट’ मार्च निकालते हुए आरोपी को बचाने को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा.
Delhi Kanjhawala Case: आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की बेटी को न्याय दिलाने के लिए बुधवार (4 जनवरी) को जंतर-मंतर पर कैंडल मार्च निकाला. इसके जरिए मांग उठाई की बीजेपी अपराधियों को बचाना बंद करे.
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने कहा कि हमारी एक ही मांग है कि मामले की निष्पक्ष तौर पर जांच की जाए और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए. भारतीय जनता पार्टी (BJP) घटना की निष्पक्ष जांच में सहयोग करने की जगह अड़चन पैदा कर रही है क्योंकि इसमें बीजेपी के पदाधिकारी शामिल है. दिल्ली की पुलिस गृह मंत्री और उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के अधीन है. उनके पास सब कुछ करने के लिए समय है लेकिन दिल्ली की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए समय नहीं है.
'बदनाम किया जा रहा है'
विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आप अपनी बच्चियों के न्याय के लिए तब भी खड़ी हुई थी जब निर्भया की हत्या की गई थी. आज हमारी बहन अंजलि को न्याय दिलाने के लिए खड़े हुए हैं. बीजेपी की सबसे घिनौनी हरकत है कि उस बच्ची के चरित्र के ऊपर सवालिया निशान लगाया जा रहा है और मरने के बाद बदनाम किया जा रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट कह रही है कि उस लड़की ने कोई शराब नहीं पी हुई थी. वहीं बीजेपी पुलिस एक लड़की को मृतिका की दोस्त बताकर अनाप-शनाप बयान दिलवा रही है. मृतका अंजलि की मां कह रही है कि जो लड़की गवाह बनकर आई वो झूठी है.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अभी पीड़िता के परिवार के लोगों ने सवाल उठाया है कि जिस लड़की को मृतिका के साथ होने के बयान दिलवाए जा रहे हैं, वह भी इस बात को दिखा रहा है कि दबाव में इस तरह के बयान जारी करवाए जा रहे हैं. पूरी दिल्ली के लोग आज यहां शांतिपूर्वक तरीके से दिल्ली की बेटी की आत्मा को श्रद्धांजलि देने और इंसाफ दिलाने के लिए इकट्ठे हुए हैं.
की यह मांग
केंद्र में सत्ता होने के नाते गृह मंत्री और उपराज्यपाल होने के नाते अगर यह सोचते हैं कि उसको इंसाफ नहीं दिया जाएगा तो यह गलतफहमी है. सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बीजेपी का नेता होने के नाते कोई दरिंदा बच जाएगा, वह दिल्ली के लोगों को मंजूर नहीं है. इस आवाज को हम उठाते रहेंगे और लड़ेंगे. हमारी एक ही मांग है कि बीजेपी अपराधियों को बचाना बंद करे. मामले की निष्पक्ष तौर पर जांच की जाए और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए. बीजेपी का होने के नाते किसी को इसका लाइसेंस नहीं मिल जाता वह कुछ भी करेगा और बच कर निकल जाएगा.
'गृह मंत्री अमित शाह को संवाद करना होगा'
दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह मिलने के लिए भी तैयार नहीं हैं. दिल्ली की पुलिस अगर गृह मंत्री के अधीन है तो इस पर संज्ञान लेना पड़ेगा और संवाद करना पड़ेगा. दिल्ली के अंदर यह घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. गृह मंत्री को इससे कोई मतलब नहीं है. उन्हें पुलिस तो अपने अधीन चाहिए लेकिन पुलिस सक्रिय रहे और लोगों को सुरक्षा दे इसके लिए उनके पास समय नहीं है.
दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना के पास सब कुछ करने के लिए समय है, लेकिन दिल्ली की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए समय नहीं है. पिछले 3 दिनों से यह आवाज उठ रही है. गोपाल राय ने कहा कि केंद्र सरकार से गुजारिश है कि अगर आप इस पर लीपापोती करने की कोशिश करेंगे तो यह आंदोलन और आगे बढ़ेगा. इंसाफ की लड़ाई और तेज होगी.
कैसे रोका जा सकता है?
गोपाल राय ने कहा कि उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के पास प्राथमिक जिम्मेदारी कानून व्यवस्था की है, उस पर काम करना पड़ेगा. तभी इस तरह की घटनाओं को नियंत्रित किया जा सकता है. मृतका के घर वालों को उसकी दोस्त के बयान पर भरोसा नहीं है कि अचानक से इसको सामने लाया गया है और बयान दिलवाया जा रहा है. मुझे लगता है कि इसकी निष्पक्ष जांच की जरूरत है, जिससे की हकीकत सामने आ पाएं.
किया यह दावा?
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बीजेपी की पुलिस के डीसीपी ने अपराधियों का बचाव किया है. मामले की कमजोर धाराओं के अंदर एफआईआर दर्ज की है. पोस्टमॉर्टम के अंदर 36 घंटे और एफआईआर दर्ज करने में 15 घंटे की देरी की है. साथ ही उन्होंने दावा किया कि नए-नए गवाहों को प्लांट करके इस मामले को कमजोर किया जा रहा है. पुलिस और बीजेपी एक लड़की को खोज कर लाती है जो कहती है कि मैं उसके साथ थी लेकिन भाग गई. ऐसी लड़की जो कि उसके साथ थी और हादसे के बाद भाग गई, वह उसकी दोस्त है या दुश्मन है.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जिस लड़की को उसके मां-बाप नहीं जानते. ऐसी गवाह जो उस लड़की की मौत का इल्ज़ाम उसी के ऊपर ही डाल रही है कि वह नशे में थी और बहुत गुस्से में थी.
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