Delhi Kanjhawala Accident: दिल्ली के कंझावला में 20 साल की लड़की को कार से टक्‍कर मारकर घसीटे जाने के आरोपी पुलिस रिमांड पर लिए गए हैं. दिल्‍ली पुलिस (Delhi Police) की जांच में यह सामने आया कि कार में 5 लोग सवार थे. घटना के बाद उन आरोपियों को पुलिस ने 3 घंटे के अंदर पकड़ लिया था. दिल्ली पुलिस ने आखिर किस तरह तार से तार जोड़े और आरोपियों को पकड़ा, जानिए-


ANPR कैमरों की रही बड़ी भूमिका


कंझावला कांड के आरोपियों (Kanjhawala Case Accused) को पकड़ने में पुलिस को ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन (ANPR) कैमरों से बड़ी मदद मिली. पुलिस ने ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन (ANPR) कैमरों के जरिए आरोपियों की कार के नंबर प्लेट को देखा और उन्‍हें ट्रैक किया. इस तरह पुलिस ने कुछ घंटों के भीतर कार बरामद कर ली थी. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पहले सड़क पर लड़की की लाश मिली थी. घटना सामने आने पर स्‍पेशल कमिश्‍नर दीपेंद्र पाठक ने तत्‍काल 4 टीमों का गठन किया, जिनमें से प्रत्येक का नेतृत्व एक एसीपी के पास था, जिन्‍हें अलग-अलग जिम्‍मेदारी दी गई. दिल्‍ली के रोहिणी और दूसरे बाहरी जिलों के डीसीपी को इन टीमों के साथ को-ऑर्डिनेट करने के लिए कहा गया था.


दिल्‍ली पुलिस ने 4 टीमें गठित की थीं


पुलिस अधिकारी ने कहा, "एसीपी (ऑपरेशन) की एक टीम को क्षेत्र में हर कैमरे से फुटेज की जांच का काम सौंपा गया था, एसीपी (प्रशांत विहार) को कार व उसके मालिक की पहचान करने, उसका पता लगाने और उसे हिरासत में लेने के लिए कहा गया था. एसीपी (बेगमपुर) को कॉल करने वालों से जुड़ने के अलावा, क्राइम के विजुअल्स और एविडेंस के लिए नियुक्त किया गया था. इसके अलावा एसीपी (रोहिणी) की ओर से गठित चौथी टीम को अस्पताल में पीड़ित के परिवार, एमएलसी और अन्य दस्तावेजों को संभालने का जिम्मा दिया गया था.,"


31 दिसंबर-1 जनवरी की रात की है घटना


बता दें कि, 31 दिसंबर-1 जनवरी की रात को एक कार सीसीटीवी कैमरों में एक लाश को घसीटते हुए कैद हुई थी. हालांकि अंधेरे और कोहरे के कारण कार की रजिस्ट्रेशन प्लेट कैमरों में साफ नहीं दिखाई दी. पुलिस को बाद में एक लड़की की लाश मिली, जिसके बाद इलाके में कोहराम मच गया. दिल्‍ली के रोहिणी और अन्‍य जिलों की पुलिस एक्टिव हो गई.


घटना के बाद PCR वैन को आया था कॉल


बताया जाता है कि इसकी शुरुआत रात 2.22 बजे PCR कॉल से हुई, जिसमें घटना के बाद एक बलेनो कार के लाश समेत भाग जाने की बात कही गई थी. दूसरी कॉल स्कूटी के हादसे के संबंध में थी. फिर 3.24 बजे एक कॉल पर एक लाश को बलेनो कार के नीचे घसीट कर कुतुबगढ़ की ओर ले जाने की सूचना पुलिस को मिली. फिर सुबह 4.11 बजे (1 जनवरी) दिल्‍ली के ही जोंटी गांव के पास सड़क पर लड़की की लाश मिलने के संबंध में एक और कॉल आई. इन सूचनाओं के तार आपस में जोड़ते हुए पुलिस अधिकारियों ने केस को सुझलाने पर काम किया.


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