Delhi Kanjhawala Case: दिल्ली के कंझावला केस में सातवें आरोपी अंकुश खन्ना ने सुल्तानपुरी थाने में सरेंडर कर दिया है, अंकुश को एक्सीडेंट की पूरी कहानी पता थी. वो आरोपी अमित का भाई है. गाड़ी अमित ही चला रहा था, लेकिन उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था. इस कारण अंकुश ने ड्राइवर के तौर पर दीपक को प्लांट किया.


दिल्ली पुलिस ने कंझावला इलाके में कार से युवती को टक्कर मारने के बाद वाहन से घसीटने से हुई मौत के मामले में एक और यानी छठवें आरोपी को गिरफ्तार किया है.  पुलिस ने आरोपी की पहचान आशुतोष के तौर पर की है. आशुतोष ने पुलिस को गलत जानकारी दी थी. इस पर आरोप है कि उसने पांचों आरोपियों को कार दी थी. इससे पहले मामले में पुलिस ने पहले दीपक खन्ना (26), अमित खन्ना (25), कृष्ण (27), मिथुन (26) और मनोज मित्तल को गिरफ्तार किया था. सीसीटीवी कैमरे की फुटेज और कॉल डिटेल के रिकॉर्ड के आधार पर पुलिस को दो और लोगों-आशुतोष और अंकुश खन्ना की संलिप्तता के बारे में पता चला था, जो आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रहे थे.  


चार दिनों की हिरासत मिली
दिल्ली की एक अदालत ने कार से 20 वर्षीय युवती को टक्कर मारने के बाद गाड़ी से घसीटने से हुई मौत के मामले में गिरफ्तार पांच आरोपियों को गुरुवार (5 जनवरी) को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था.  मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट सान्या दलाल ने दिल्ली पुलिस को पूछताछ के लिए आरोपियों को और चार दिनों तक हिरासत में रखने की अनुमति दे दी. हालांकि, पुलिस ने पांच दिनों की हिरासत मांगी थी.






मामला क्या है? 
कंझावला में अंजली सिंह (20) की स्कूटी को एक कार ने टक्कर मार दी और युवती को सुल्तानपुरी से कंझावाला तक करीब 12 किलोमीटर घसीटते हुई ले गई. घटना में लड़की की मौत हो गई थी. घटना के समय युवती के साथ मौजूद उसकी सहेली निधि ने कहा था कि वह स्कूटी से गिरने के बाद डर के कारण मौके से भाग गई थी. 


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