क्या कार से किसी को घसीटना मुमकिन है, कैसे हुआ था Kanjhawala Accident, जानिए क्या कहते हैं ऑटो एक्सपर्ट
Delhi Kanjhawala Girl Accident: ऑटो एक्सपर्ट की मानें, तो आरोपियों ने शव से छुटकारा पाने के लिए ही कार दौड़ाई होगी. आरोपियों ने जान-बूझकर कार को 13-14 किमी घुमाया, ताकि शव कार के नीचे से निकल जाए.
Delhi Girl Accident: क्या ये मुमकिन है कि किसी सड़क हादसे में कोई कार में फंस सकता है? क्या किसी को कार से कई किमी तक घसीटा जाना संभव है? आखिर कैसे कोई कार के नीचे फंस जाता है? क्या किसी के कार में फंसे होने के बावजूद इसका पता नहीं चलता है? दिल्ली में कंझावला सड़क हादसे के बाद ऐसे कई सवाल लोगों के मन में उठ रहे हैं.
दरअसल, दिल्ली पुलिस ने कंझावला सड़क हादसे को लेकर थ्योरी दी थी कि टक्कर के बाद युवती अंजलि सिंह कार के पहियों के बीच फंस गई थी. इसी हालत में आरोपी कई किमी तक उसके शव को लेकर कार घुमाते रहे. आइए जानते हैं कि ऐसे तमाम सवालों पर ऑटो एक्सपर्ट की क्या राय है?
कैसे फंस जाता है कार के नीचे शरीर?
आज तक की एक रिपोर्ट में ऑटो एक्सपर्ट टूटू धवन ने कहा कि जब किसी स्कूटी या टू व्हीलर गाड़ी को पीछे से टक्कर मारी जाती है, तो सवारी पीछे की ओर ही गिरती है. उन्होंने कहा कि युवती सिर के बल गिरी होगी और इन लोगों ने उस पर कार चढ़ा दी होगी. उन्होंने कहा कि कार के नीचे कोई हुक वगैरह नहीं होता है, जिसमें शरीर फंस जाए. उन्होंने बताया कि युवती जब पीछे की ओर गिरी और उस पर गाड़ी चढ़ी, तब उसका पैर मुड़कर कार की सस्पेंशन आर्म और एक्सेल में फंस गया होगा. जिसकी वजह से शरीर कार के नीचे घिसटता रहा.
कार में बॉडी फंसे होने से बेखबर नहीं रह सकते
ऑटो एक्सपर्ट टूटू धवन के मुताबिक, भले ही कोई कितनी भी शराब पिए हो, कार से एक्सीडेंट करने वाले को पता होता है कि उसकी कार के नीचे कोई फंसा हुआ है. उन्होंने कहा कि टक्कर होने के बाद आपको पता होता है, आपने किसी को हिट किया है. उन्होंने कहा कि कोई बॉडी कार के नीचे हो और ड्राइवर को पता न चले, ये नामुमकिन है.
शव से छुटकारा पाने के लिए दौड़ाई कार
ऑटो एक्सपर्ट की मानें, तो आरोपियों ने शव से छुटकारा पाने के लिए ही कार दौड़ाई होगी. उन्होंने कहा कि आरोपियों ने जान-बूझकर कार को 13-14 किमी घुमाया, ताकि शव कार के नीचे से निकल जाए. उन्होंने कहा कि कार के नीचे फंसने के बाद निकलने की कोई जगह नहीं रहती है.
तुरंत रुकते, तो बच सकती थी जान
उन्होंने कहा कि अगर आरोपी तुरंत कार को रोक देते, तो संभव है कि युवती की जान बच सकती थी. उन्होंने कहा कि कार के नीचे कुछ फंसा होने पर गाड़ी भारी होकर चलने लगती है, तो ड्राइवर को सब कुछ पता था. उन्होंने कहा कि आरोपियों ने जान-बूझकर कार को नहीं रोका.
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