नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश करते हुए 16 लोगों को गिरफ्तार किया है. यह फर्जी कॉल सेंटर वेस्ट डिस्टिक में चलाया जा रहा था. पुलिस ने इस फर्जी कॉल सेंटर से 25 कंप्यूटर, 18 मोबाइल फोन, 3 इंटरनेट डिस्ट्रीब्यूशन स्विच, 2 पैच पोर्ट, 2 इंटरनेट राऊटर कुछ स्क्रिप्ट पेज और अवैध सॉफ्टवेयर जब्त किए हैं.


दरसअल, वेस्ट दिल्ली की साइबर सेल की टीम को एक सूचना मिली थी कि दिल्ली के कीर्ति नगर इलाके में कुछ लोग कॉल सेंटर के जरिए ऑनलाइन ठगी को अंजाम दे रहे हैं. सूचना यह थी कि भारत में बैठकर विदेश में लोगों को चूना लगाया जा रहा है. एक इंटरनेशनल ऑनलाइन ठगी का रैकेट चल रहा है. इतना ही नहीं पुलिस को यह भी जानकारी चाहिए कि ठगी करने के लिए यह लोग अवैध तकनीक के जरिए वीआईपी कॉलिंग के जरिए यूएस में बैठे लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं.


इसी जानकारी के आधार पर साइबर सेल की टीम ने पोस्ट पर कॉल सेंटर पर छापा मारा. पुलिस ने मौके पर पाया की अंदर काफी लोग मौजूद थे और सभी फोन पर बात कर रहे थे. साइबर सेल की टीम ने वहां पर मौजूद तरंजोत सिंह जो वहां का मैनेजर था और कृष्णा गुरुंग (सीनियर एग्जीक्यूटिव) दोनों से वहां चल रहे प्रोसेस के बारे में पूछताछ की. लेकिन दोनों कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए. यह दोनों कॉल सेंटर के बाकी कर्मचारियों को निर्देश दे रहे थे. जब उनसे सख्ती से पूछताछ की गई तब इन्होंने बताया कि ये लोग विदेश में बैठे लोगों को वीओआईपी कॉल कर अपने आपको एक ऑनलाइन शॉपिंग साइट (अमेजॉन) के टेक्निकल सपोर्टर बताते थे और ठगी का शिकार बनाते थे.


डीसीपी वेस्ट उर्विजा गोयल की मानें तो पूछताछ में आरोपियों ने यह खुलासा किया है कि यह लोग ऑनलाइन शॉपिंग साइट ऐमेज़ॉन से शॉपिंग करने वाले लोगों को कॉल करते थे और उन्हें कहते थे कि आपके ऑनलाइन शॉपिंग अकाउंट से कोई लेन-देन हुआ है, हम टेक्निकल टीम से बोल रहे हैं. इसके बाद जब लोग उनके झांसे में आ जाते थे तब यह फर्जी कॉल सेंटर के कर्मचारी एक खास सॉफ्टवेयर की मदद से उनके कंप्यूटर लैपटॉप मोबाइल इत्यादि को हैक कर लेते थे. इसी के जरिए ठगी को अंजाम दे रहे थे. पुलिस के मुताबिक फर्जी कॉल सेंटर का यह गैंग कब तक करोड़ों की ठगी को अंजाम दे चुका है.


व्हील चेयर पर मुख्तार अंसारी, एंबुलेंस को लेकर विवाद, पत्नी ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर जताई फेक एनकाउंटर की आशंका