दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) द्वारा जारी कोविड गाइडलाइन्स के नियमों का उल्लंघन करने पर लक्ष्मी नगर और आसपास की मार्केट 5 जुलाई रात 10 बजे बंद करवा दी गई थी लेकिन आज से ये मार्केट दोबारा से खुल गई है.


तकरीबन तीन दिनों तक मार्केट बंद रहे. हालांकि प्रशासन ने मार्केट 29 जून की रात से 5 जुलाई तक बंद करवा दिए थे लेकिन व्यापारियों के संगठन की प्रशासन से मुलाकात के बाद मार्केट में कोरोना नियमों का पालन करवाने को लेकर आशवस्त किया जिस के बाद जिला प्रशासन ने मार्केट खोलने के आदेश जारी कर दिए.


व्यापारियों ने कोरोना नियमों का पालन करने और करवाने की बात की


शुक्रवार को सीटीआई (चैम्बर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री) के चेयरमैन बृजेश गोयल के नेतृत्व में लक्ष्मी नगर मार्केट के व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल पूर्वी दिल्ली की डीएम सोनिका सिंह से मिला और उनसे मार्केट को खुलवाने की अपील की. जिला प्रशासन से बातचीत में व्यापारियों की तरफ से कोरोना नियमों का पालन करने और करवाने की बात रखी गई.


साथ ही लक्ष्मी नगर के व्यापारी नेता राज गर्ग और अन्य पदाधिकारियों ने ये एश्योरेंस दिया कि वो पूरा प्रयास करेंगे कि मार्केट में कोरोना संबंधित नियमों का उल्लंघन ना हो. आज मार्केट खुलने के बाद मार्केट एसोसिएशन के लोग मार्केट में घूम-घूम कर इस बात पर नज़र रखे हुए है कि मार्केट में  कोरोना गाइडलाइंस के हिसाब से ही कार्य हो.


मार्केट में रेडी पटरी से भीड़ बढ़ने की बात व्यापारियों ने कही थी जिसके बाद मार्केट एसोसिएशन ने मिलकर रेडी पटरी हटवा दी और दुकानों के आगे सामान न रखा जाए इसकी भी पाबंदी शुरू कर दी.


पुलिस प्रशासन को मार्केट में आना होगा- व्यापारी


वहीं, कुछ व्यापारीयो का कहना है कि बाज़ार में भीड़ को नियंत्रण पूरी तरह से व्यापारी नहीं कर सकता है. इस के लिए पुलिस प्रशासन को मार्केट में आना होगा और लोगों को इस बारे में कहना होगा और एक्शन लेना होगा.


सीटीआई चैम्बर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री के चेयरमैन बृजेश गोयल ने कहा कि मार्केट में भीड़ को नियंत्रित करने की जिम्मेदारी पुलिस और प्रशासन की है इसलिए सारी जिम्मेदारी व्यापारियों पर ना डाली जाए. डीएम ने लक्ष्मी नगर के व्यापारियों से ये आश्वासन लिया कि वो अपने मार्केट में ये सुनिश्चित करेंगे कि वहां कोरोना संबंधित नियमों का उल्लंघन ना हो और प्रशासन का पूरा सहयोग करेंगे. साथ ही मार्केट खुलने के बाद तस्वीरें भी कुछ अलग नजर आई. रेडी पटरी और दुकानों के आगे तक सामान न लगे होने के कारण रोड चौड़ी दिखने लगी और भीड़ भी कम नज़र आई.


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