G20 Summit 2023 : दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन की सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना 9 सितंबर को अपने कार्यालय से पूरे दिन पुलिस मुख्यालय में दिल्ली पुलिस के अत्याधुनिक नियंत्रण कक्ष के कमांड रूम से लगातार संपर्क में रहेंगे और जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए की गई सुरक्षा व्यवस्था पर कड़ी निगाह रखेंगे. LG नियंत्रण कक्ष में स्थापित हाई-टेक गैजेट्स के माध्यम से शहर में जी-20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर किए गए सुरक्षा संबंधी इंतजामों और हर सड़क और जी-20 के लिए निर्दिष्ट होटलों पर भी, पुलिस आयुक्त के माध्यम से नजर रखेंगे.
LG विनय सक्सेना ने हाल ही में नियंत्रण कक्ष का दौरा करने के दौरान, दिल्ली पुलिस आयुक्त के साथ कर्मियों की तैनाती की बारीकियों और पूरे शहर में निगरानी रखने के लिए किए गए उच्च तकनीकी सुरक्षा उपायों पर विस्तृत चर्चा की थी. उपराज्यपाल को बताया गया है कि शहर के विभिन्न हिस्सों में स्थापित 5000 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के द्वारा लाइव तस्वीरें ली जाएंगी. 25-25 सुरक्षाकर्मियों वाली दो टीमें अलग-अलग शिफ्टों में इसकी निगरानी करेंगी और सीसीटीवी से मिली सभी डिजिटल जानकारी चौबीसों घंटे नियंत्रण कक्ष में भेजी जाएगी.
कैसा है कमांड रूम?
नियंत्रण कक्ष को जिलेवार फुटेज मिल रही हैं. दिल्ली की सड़कों पर नजर रखने के लिए 30 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के लिए एक विशेष कमांड रूम स्थापित किया गया है. नियंत्रण कक्ष में सामान्य आकार के मॉनिटरों के अलावा 2 विशाल स्क्रीन भी लगाई गई हैं, जिनमें लाइव फुटेज को बड़ा करके देखा जा सकता है. इस कमांड रूम को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि कंट्रोल रूम में काम करने वाले लोग अधिकारियों को दिखाई दे सकें.
यह सुनिश्चित करने के लिए कि सब कुछ बिना किसी गड़बड़ी के हो, नियंत्रण कक्ष में तकनीकी विशेषज्ञ भी तैनात किए गए हैं. पुलिस आयुक्त ने उपराज्यपाल को बताया कि प्रत्येक जिले से 24 घंटे सूचनाएं प्राप्त की जा रही हैं और वहां पुलिस कर्मियों की पूरी तैनाती की गई है. हाल ही में जी-20 में हिस्सा लेने वाले प्रतिनिधियों के उपयोग किए जाने वाले क्षेत्रों का दौरा करने वाले उपराज्यपाल ने अत्यधिक संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था के बारे में विशेष रूप से जानकारी ली. VVIP इलाकों के अलावा, शहर के संवेदनशील इलाकों में भी हाई रिजॉल्यूशन वाले सीसीटीवी लगाए गए हैं