AAP On LG: दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के दिए गए एक बयान पर केजरीवाल सरकार ने कई सवाल खड़े कर दिए. दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी की डिग्री पर अरविंद केजरीवाल के पिछले दिनों उठाए गए सवालों को लेकर जब LG से पूछा गया तो उन्होंने अपने जवाब में कहा कि मैंने यह बयान सुना है जो मुख्यमंत्री ने कुछ समय पहले विधानसभा में दिया था.


उन्होंने आगे कहा, “मैं यह कहना चाहूंगा कि कभी भी किसी को अपनी डिग्री पर गुमान नहीं होना चाहिए, क्योंकि डिग्रियां तो पढ़ाई के ख़र्च की रसीदें होती हैं. शिक्षा वही है जो आपका ज्ञान और आपका व्यवहार दर्शाता है.” LG ने कहा, “इन कुछ दिनों में मैंने देखा है कि किस तरह का व्यवहार हो रहा है. मैं यह कह सकता हूं कि अब यह बात भी साबित हो गई है कि कुछ लोग IIT से डिग्री लेने के बावजूद अशिक्षित रह जाते हैं.”


आप का एलजी को जवाब


इस पूरे मुद्दे पर केजरीवाल सरकार की तरफ़ से जल मंत्री और बाढ़ एवं सिंचाई मंत्री सौरभ भारद्वाज जवाब देने सामने आए और एक बार फिर दिल्ली के उपराज्यपाल पर एक के बाद एक कई सवाल खड़े कर दिए. सौरभ भारद्वाज ने कहा कि LG साहब का यह कहना बहुत शर्मनाक है कि डिग्री पैसे खर्च करने की रसीद है. आज दिल्ली के पास आईआईटी से पढ़े हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैं, जिनके काम का क्रेडिट लेने एलजी साहब नाला-नाला घूम रहे है. इसके साथ ही वह प्रेस रिलीज जारी करके ऐसा दर्शा रहे हैं कि यह काम उन्होंने कराया है.


सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ये हमारा और हमारे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का बड़प्पन है कि LG साहब को हमने पर्यटक समझ कर घूमने दिया और चुप रहे. नालों के पानी को साफ करने का काम 2017 में शुरू हुआ था. उस समय LG साहब को यह भी नहीं पता होगा कि दिल्ली के अंदर कितने विधायक चुने जाते हैं.


सौरभ ने कहा कि काम दिल्ली सरकार और उसके डिपार्टमेंट कर रहे हैं लेकिन वहां एलजी साहब जाकर अपना ढोल बजा रहे हैं. जबकि LG साहब दिल्ली सरकार के बजट का एक भी रुपया खर्च नहीं कर सकते हैं, क्योंकि संविधान ने उन्हें वह शक्ति ही नहीं दी है. उन्होंने कहा कि एलजी साहब अपना काम करें, हमें अपना काम करने दें. आप कुछ अच्छा करें तो हम आपकी तारीफ करें, हम कुछ अच्छा करें तो आप हमारी तारीफ करें.


सौरभ भारद्वाज ने गिनाए सरकार के काम


कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली के बारे में एक आईआईटियन मुख्यमंत्री ने कुछ विजन तय किया. उसके ऊपर सोचकर यमुना को साफ करने के लिए कुछ टेक्नोलॉजी तकनीकी तैयार किया, कि यमुना को अगर साफ करना है तो यमुना में जो नाले गिर रहे हैं पहले उनको साफ करना पड़ेगा. जिसमें नजफगढ़ का नाला, शाहदरा का नाला और सप्लीमेंट्री ड्रेन गिर रही है. उन नालों के पानी को साफ करना पड़ेगा. ताकि यमुना गंदी और प्रदूषित ना हो. इसकी शुरुआत 2017 में हुई. सबसे पहले हमने घोगा ड्रेन को ट्रीट किया, तब केंद्र सरकार के एक अधिकारी ने अन्य राज्यों को दिल्ली से सीखने के लिए एक लेटर जारी कर सिफारिश की.


जल मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि 2017 में ही राजोकरी ड्रेन का ट्रीटमेंट हुआ जो साउथ में है इसके लिए केंद्र सरकार से दिल्ली सरकार को अवॉर्ड मिला. 2019 में शहादरा ड्रेन पर पायलट प्रोजेक्ट सफल रहा. उस समय एलजी साहब को यह भी नहीं पता होगा कि शाहदरा दिल्ली विधानसभा के स्पीकर साहब की विधानसभा क्षेत्र है.


सौरभ ने कहा कि एलजी साहब दिल्ली सरकार के बजट का एक भी रुपया खर्च नहीं कर सकते हैं, क्योंकि संविधान ने उन्हें वह शक्ति ही नहीं दी है. हमने दिल्ली सरकार के बजट में नालों की सफाई के लिए इतना पैसा आवंटित किया तब डिपार्टमेंट के पास बजट आवंटन आया तब प्रोजेक्ट बना फिर प्रोजेक्ट पर काम शुरू हुआ लेकिन एलजी साहब मीडिया को ले जाते हैं और बोलते हैं कि यह काम मैंने करा दिया.


‘एलजी साहब डिग्री वालों को क्यों रखे हुए हैं’


जल मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एलजी साहब के कितने सेक्रेटरी, प्रिंसिपल सेक्रेटरी और ज्वाइंट सेक्रेटरी बिना डिग्री के हैं. वह डिग्री वाले क्यों रखे हुए हैं, सड़क पर चलते हुए बिना डिग्री वाले लोगों को रख लें. उन्हें अपना सेक्रेटरी तो डिग्री वाला चाहिए. जिस डॉक्टर से इलाज करवाना है वह डिग्री वाला चाहिए और कहते हैं कि मुख्यमंत्री बिना डिग्री वाला भी चलेगा, प्रधानमंत्री बिना डिग्री वाला चलेगा. ये तो कमाल की बात है.


सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मैं चाहता हूं कि एलजी साहब खुद कागजों के साथ आ कर बैठें और मैं भी कागजों के साथ उनके सामने बैठने के लिए तैयार हूं. एलजी साहब यह साबित कर दें कि यह जो बजट का स्पीच जो मैं दे रहा हूं, यह गलत है. यह बजट का आवंटन मार्च 2022 में हुआ है यह गलत हुआ है.


एलजी साहब को संविधान ने काम दिया है जिसमें दिल्ली पुलिस की देखरेख करना उनका काम है. यहां दिनदहाड़े एक वकील की हत्या हो जाती है. इसको बचाना एलजी साहब का काम है. नए साल की रात को एक लड़की को निर्वस्त्र 21 किलोमीटर तक घसीटा जाता है. उसको रोकना एलजी साहब का काम है.


ये भी पढ़ें: Degree Dikhao Campaign: दिल्ली से AAP ने की 'डिग्री दिखाओ' अभियान की शुरुआत, दूसरे दलों के नेता भी दिखाएंगे सर्टिफिकेट?