Lift Collapsed In Delhi: दिल्ली में लिफ्ट गिरने से तीन की मौत, परिजनों की मांग- फैक्ट्री मालिक के खिलाफ धारा-304 के तहत दर्ज हो केस
Lift Collapsed In Delhi: हादसे के बाद फैक्ट्री को बंद कर दिया गया. पुलिस जांच कर रही है कि आखिर लिफ्ट कैसे गिरी. हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है. एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है.
Lift Collapsed In Delhi: दिल्ली के नारायणा इलाके में गुटखा फैक्ट्री की लिफ्ट में हादसा होने से तीन लोगों की मौत और एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है. बताया जाता है कि घायल व्यक्ति और तीनों मृतक सफाई कर्मचारी के रूप में इस फैक्ट्री में काम करते थे. जब यह हादसा हुआ तब इन्हें उसी लिफ्ट की सफाई के लिए लगाया गया था, जिसके गिरने से मौत हो गई.
हादसे के शिकार सभी को DDU हास्पिटल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया है. एक की हालत गंभीर बताई जा रही है. मरने वाले के नाम - कुलवंत ऊर्फ अमन, दीपक और सन्नी है. घायल व्यक्ति का नाम सूरज है.
पुलिस थाना पहुंचे परिवार वाले
हादसे के बाद देर शाम मृतकों के परिजनों ने नारायणा थाने में जाकर पुलिस और फैक्ट्री मालिक के खिलाफ आक्रोश जताया है. परिजनों का आरोप है कि समय रहते न उन्हें बचाने की कोशिश की गई, न उन्हें हादसे के बारे में सही समय पर सूचना दी गई. परिजनों का कहना है कि हाउस कीपिंग से सर्विस और लेबर वर्क क्यों करवा रहे थे.
परिजनों की मांग
मृतक कुलवंत के भाई जगजीत ने कहा कि इस हादसे के बारे में उन्हें फैक्ट्री के लोगों ने नहीं बल्कि उनकी बहन से पता चला है. घटना स्थल से फैक्ट्री मालिक भाग गए थे. जब जगजीत अस्पताल पहुंचे तब उन्होंने अपने भाई को देखा. डॉक्टर ने बताया कि कुलवंत की ऑन द स्पॉट डेथ हुई है.हादसे में उसके सिर, हाथ पैर टूटे है.
लिफ्ट के बारे में जगजीत ने बताया कि लिफ्ट में जंग लगी हुई थी. हादसे की वजह लिफ्ट के तार टूटना है. इस वजह से लिफ्ट तेजी से नीचे गिर गई. ऐसे हादसे कई बार होते आए है. कुलवंत के भाई जगजीत ने यह सवाल उठाया है कि हाउस कीपिंग से सर्विस और लेबर वर्क फैक्ट्री क्यों करवा रही थी. इनकी मांग है कि मालिकों के खिलाफ धारा 304 में मुकदमा दर्ज हो.
थाने के बाहर रोते बिलखते दीपक का परिवार
दीपक की मां का कहना है कि उन्हें इंसाफ चाहिए. इस पूरी घटना में मालिक दोषी है उस पर कार्रवाई होनी चाहिए. दीपक के भाई भूनेश ने कहा, 'हमें इंसाफ चाहिए. मालिक ऑडी की गाड़ियों में घूम रहे हो, इतनी बड़ी कंपनी चला रहे हो, वर्कर की सेफ्टी बिल्कुल नहीं है, हाउसकीपिंग का काम है, लोडिंग वाली लिफ्ट में क्यों भेज रहे रहे थे. हादसा दोपहर में 3 बजे हुआ और इसकी जानकारी उन्हें शाम के 5 बजे मिली है.'
दीपक के परिवार की सदस्य ऊषा ने कहा कि उन्हें इंसाफ चाहिए, उनका बच्चा गया है, उसके 6 महीने की बच्ची है. वहीं घायल सूरज के भाई ने बताया कि सूरज बीएलके हॉस्पिटल में एडमिट है. उसके दोनों पैर की हड्डी टूट गई है. कूल्हे टूट गए. उनके मुताबिक लिफ्ट की मेंटनेंस नहीं हुआ करती थी.
चश्मदीद ने क्या कहा
चश्मदीद रिंकू ने बताया कि जब लिफ्ट गिरी तो उन्होंने तुरंत लोगों को निकालना शुरू दिया. वे इसी कंपनी में काम करते हैं. लिफ्ट में सफाई करने वाले तीसरी फ्लोर पर जा रहे थे तब यह हादसा हुआ है. जो लोग मरे हैं वो फ्लोर की साफ सफाई करने वाले लोग थे.
थाने पहुंचे विधायक दुर्गेश पाठक
देर रात आप विधायक दुर्गेश पाठक नारायणा ने थाने पहुंचकर मृतक के परिजनों को सांत्वना दी और पुलिस से बात की. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी परिजनों के साथ है. इस केस के लिए वह वकील भी करेंगे. उन्हें आशा है कि दिल्ली पुलिस इस मामले में जांच करेगी और मालिक के खिलाफ के 304 की धारा से मामला दर्ज करेगी.
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